उत्तर उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी जमीन को तलाशने के लिए इस बार पूरा दमखम लगा रहे आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर जमकर शब्दबाण चलाए. अपने अंदाज मेें सरकार पर एक के बाद एक हमले करते हुए ओवैसी ने एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में मारे गए लोगों को शहीद तक बताया. उन्होंने कहा कि यह सभा उन्हीं शहीदों को समर्पित है. ओवैसी यहीं नहीं रूके और कहा कि जिन लोगों ने भी उन लोगों को मारा है, वे सभी तबाह हो जाएं.
जाजमऊ के तेल मिल कंपाउंड के पास मैदान में सभा को संबोधित करते हुए एआइएमआइएम मुखिया ने सीधे तौर पर कहा कि किसी ने भी मुस्लिमों के साथ इंसाफ नहीं किया. मोदी-योगी सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया तो सपा बसपा जैसी पूर्ववर्ती सरकार पर भी मुस्लिमों के साथ इंसाफ न करने का आरोप लगाया. ओवैसी ने यहां पर एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि मुसलमान को राजनीतिक पार्टी सिर्फ वोटबैंक समझती हैं. उन्होेंने कहा कि जिसके पास आवाज नहीं है उनको यतीम मानकर छोड़ दिया जाता है. मुसलमानों को सेक्युलर बनाने का पाठ पढ़ाया जाता है. लेकिन दूसरे उसपर अमल नहीं करते. उन्होंने कहा कि जिसके पास ताकत होती है, उन्हें सुना जाता है. ऐसे में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों में मजलिस के उम्मीदवारोें को ही जिताएं. उन्होंने कहा कि 2022 में हम वोट डालने वाले बनेंगे या नेता भी बनेंगे. इस बार हम बजायेंगे. योगी आदित्यनाथ उल्टा न समझे कि ये बजाने की बात कर रहा है, हम अपना वोट पतंग को देकर आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के लोगों को जिताएंगे.
अमेठी का उदाहरण देते हुए ओवैसी ने कहा कि 2019 में राहुल गांधी अमेठी में हार गए. वजह, हिंदुओं ने वोट नहीं दिए. वायनाड में मुस्लिमों ने वोट दिया तो वह जीत गए. ओवैसी यहीं नही रूके और बोले कि UP में ओवैसी जैसे 100 नेता होने चाहिए. यहां पर 11 फीसदी यादवों के नेता हैं. ब्राह्मणों और ठाकुरों के नेता है, लेकिन मुस्लिमों के नेता नहीं हैं. UAPA बिल को लेकर बोले कि इसका समर्थन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में किया. लेकिन विरोध AIMIM ने किया. मुस्लिमों की स्थिति पर फोकस करते हुए कहा कि UP की जेलों में 27 फीसदी मुसलमान हैं. मुख्तार अंसारी, अतीक़ अहमद और आज़म खान जेल में हैं. यही नहीं, मौलाना कलीम सिद्दकी को लेकर भी सरकार पर वह हमलावर दिखे. उन्होंने कहा कि कलीम सिद्दीक़ी के बारे में कांग्रेस, SP, BSP जैसी पार्टियां कुछ नहीं बोलीं, उन्हें पता है कि अगर वह बोलीं, तो उनका वोट नहीं मिलेगा. ओवैसी ने कहा कि कलीम सिद्दीकी के वकील ने कहा है केस में कोई दम नहीं है. योगी सरकार केस को बढ़ाना चाहती है.
ओवैसी ने कहा कि हमारी दुआ है, अल्लाह जल्द से जल्द मौलाना कलीम साहब की रिहाई का रास्ता आसान करे. कानपुर की लेदर इंडस्ट्री की बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि यहां पर लेदर कारखाने बंद करा दिए गए. उन्होंने इसका जिम्मेदार योगी सरकार को बताया. कोरोना काल की बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि कानपुर में सेकंड वेव में लोगों को ऑक्सिजन नहीं मिली. भीड़ से संवाद स्थापित कर बोले कि क्या लोग BJP की ऑक्सीजन बंद नहीं करेंगे. ओवैसी ने जनसभा में मौजूद लोगों से कहा कि अपने दिल में हाथ रखकर बताओ कि तुम्हारा नेता कौन है? 19 फीसदी मुस्लिमों में किसको बनाया नेता अपने? यूपी में 100 नेता ओवैसी से बेहतर बने ये मेरी ख्वाइश है. मुझे आपसे शिकायत है कि आपने अब तक अपना नेता नहीं चुना, आपको अपने आपमें तबदीली लानी पड़ेगी. पूरे मुसलमानों एक होकर वोट दो.
मंच से रोईं अतीक अहमद की पत्नी
एआइएमआइएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के मंच पर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी नजर आयीं. इस दौरान वह भावुक हो गई और बोलते बोलते रोने लगीं.
2021-09-26