विषय – *बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए किए गए जनमत संग्रह में एकतरफा वोट देकर बुंदेलियों ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए है*।
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए बैलेट पेपर के माध्यम से रामराजा सरकार की नगरी ओरछा से प्रारम्भ किए गए जनमत संग्रह में लोगों ने डाले *छः हजार चार सौ संतानवे वोट्स* की गणना मतपेटियों की सील अनेक पत्रकारों एवं उपस्थित जनता के सामने खोलकर मतदान स्थल पर की गई।
बैलेट पेपर के माध्यम से जनमत के तहत पूछे गए तीन सवालों जिसमें पहला प्रश्न कि क्या आप पृथक बुंदेलखंड राज्य जिसमें उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश का बुंदेलखंड क्षेत्र समलित हो ऐसा बुंदेलखंड राज्य बनवाना चाहते हैं पर *छः हजार दो सौ उन्नीस वोट्स पड़े*।
दूसरा सवाल कि जिधर भगवान श्रीराम राजा सरकार के रूप में विराजे है उस नगरी ओरछा धाम को पृथक बुंदेलखंड की राजधानी बनाना चाहते है पर *पांच हजार नौ सौ अट्ठासी वोट्स पड़े*।
तीसरा सवाल कि वायरल हो रहे मैसेज जिसमे प्रयागराज मण्डल, कानपुर मण्डल एवं मिर्जापुर मंडल को जोड़ कर बुंदेलखंड राज्य बनवाने के पक्षधर हैं पर *दो सौ इकतीस वोट्स पड़े*।
दो सौ बासठ वोट्स इनवेलिड हुए और सोलह लोगों ने बुंदेलखंड राज्य नहीं बनाया जाए इस हेतु वोट्स डाले।
लोगों द्वारा डाले गए वोट्स एवं सवालों को मिले वोट्स ने तस्वीर स्पष्ट कर बता दिया है कि जनप्रतिनिधियों को भी लोगों की आवाज का सम्मान कर आगे आना चाहिए।
जनमत संग्रह के जरिए ओरछा में डाले गए वोट्स ने यह संदेश दे दिया है कि लोगों को बुंदेलखंड राज्य बनने पर क्या लाभ होगे , आने वाली पीढ़ी की खुशहाली एवं उनकी भावना क्या है।
चुनाव अधिकार जगदीश तिवारी के साथ रघुराज शर्मा, हनीफ खान, प्रदीप झा, शंकर लाल, नवीन तिवारी, दीपू मिश्रा, गोविंद रायकवार, प्रताप वर्मा आदि में मतों की गणना की। कुछ मतदाताओं ने मत पत्र के साथ सहयोग राशि भी बैलेट बॉक्स में डाल दी। कुल दो सो तीस रुपया भी निकले जिन्हें दान पात्र में डाल दिया गया।