कानपुर देहात
मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन० ने संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील सिकंदरा में जन समस्याएं सुनी गई। जिसमे उनके द्वारा सर्वप्रथम पूर्व में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस की जन शिकायतों की समीक्षा की गयी।
जिसके पश्चात तहसील सिकंदरा की जन समस्याएं सुनी गयी जिनमें कुल 111 शिकायते प्राप्त हुई जिनमें से पुलिस विभाग से सम्बंधित 16, विधुत विभाग से 08, विकास खंड स्तर 13 एवं अन्य विभागों से सम्बंधित शिकायतें प्राप्त हुई थी जिसमे 02 शिकय्तोंका निस्तारण मौके पर ही किया गया। उन्होंने सम्बंधित अधिकारीयों को निर्देश दिए कि पूर्व में ही शिकायतों की निस्तारण अवधि अधिकतम 5 दिवस निर्धारित की गयी है अत: शिकायतों को समयान्तर्गत निस्तारित किया जाना अतिआवश्यक है साथ ही शिकायतों के निस्तारण उपरान्त शिकायतकर्ता का संतुष्ट होना जरुरी है इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्य विकास अधिकारी ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनता की शिकायतों एवं समस्याओं के निराकरण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार एवं शासन गंभीर है। तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में जिन विभागों से संबंधित जनता की शिकायतें दर्ज हो रही हैं, सभी संबंधित अधिकारी गंभीरता के साथ तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करें और मौके पर जाकर संबंधित शिकायतों का निराकरण सुनिश्चित कराएं ताकि संबंधित पोर्टल पर शिकायतों को आनलाइन किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि शिकायतकर्ता को भी संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा निस्तारण के दौरान उपस्थित रखा जाए ताकि सभी शिकायतों का निराकरण गुणवत्ता परक रूप से सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जनता की इन शिकायतों का निस्तारण त्वरित एवं समयबद्ध तरीके से एक सप्ताह में करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में यदि कोई समस्या है तो उसका कारण स्पष्ट करते हुए अवगत कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर जांच कर गुणवत्तापूर्वक निस्तारण करायें और यदि संज्ञान में आया कि निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायत कर्ता संतुष्ट नही है या निस्तारण में लापरवाही बरती गयी है तो सम्बन्धित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। समाधान दिवस के दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए की ऐसे प्रकरण जो तहसील दिवसों और जन सुनवाई में बार बार आते है उनका गंभीरता से संज्ञान लिया जाए और अगर प्रकरण निस्तारण योग्य है उसको तत्काल निस्तारित करना सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी, तहसीलदार एवं अन्य विभाध्य्क्षों सहित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।