मुख्य विकास अधिकारी ने कोविड-19 व विकास कार्यों की समीक्षा, दिए निर्देश

कोविड-19 व विकास कार्यों की समीक्षा, दिए निर्देश

गौशालाओं में भूसे की कमी न होने पाए अन्यथा की जाए की कार्यवाही- सीडीओ

पेयजल की समस्या पर विशेष ध्यान की आवश्यकता है

निगरानी समितियां विशेष ध्यान देते हुए टीकाकरण की प्रगति को गति दें

कानपुर देहात:-मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से एक बैठक का आयोजन किया गया इस बैठक में जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत इत्यादि शामिल हुए इस बैठक में कोविड-19 से प्रभावित आमजन को कैसे राहत दिलाया जाए इस पर एक विस्तृत चर्चा की गई। सर्वप्रथम मुख्य विकास अधिकारी ने इस आपदा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली निगरानी समिति से बात की, निगरानी समितियों में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी को पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मल स्कैनर जरूर उपलब्ध करा दिया जाए और जो खराब हुए हैं उनको अति शीघ्र ठीक करा लिया जाए, जिससे यह समितियां निर्बाध रूप से अपने कार्यों को कर सकें, इसके अलावा जनपद में दबावों और ऑक्सीजन की उपलब्धता हमेशा बनी रहे इस बात को भी सुरक्षित कर लिया जाए, इसके अलावा मुख्य विकास अधिकारी ने कुछ अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी चर्चा की जिसमें उन्होंने कहा हमारे जनपद की टीकाकरण की गति अत्यंत धीमी है, इसको और तेज करने की जरूरत है इसके लिए हर ब्लॉक को 150 का टारगेट निश्चित किया जाए और किसके लिए खंड विकास अधिकारी अपने दायित्वों समुचित निर्वाह करते हुए टारगेट को अवश्य पूरा करें, टीकाकरण को लेकर आमजन के मन में जो भ्रांतियां हैं उनको अवश्य दूर कर लिया जाए, इसके अलावा हर ब्लॉक में कितने स्टाफ हैं उसके अनुसार रोस्टर बनाकर उनको टारगेट दिया जाए जिससे कि टीकाकरण के लक्ष्य में प्रगति आ सके, मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि वे एक गूगल शीट बना ले इससे रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी, इसके अलावा कोविड-19 से अपंजीकृत मजदूर सबसे ज्यादा क्योंकि प्रभावित हुए हैं इसीलिए उनके भरण-पोषण की व्यवस्था करना शासन व प्रशासन दोनों का दायित्व है इसीलिए सरकार ने इनका पंजीकरण कराकर इनके खाते में ₹1000 भेजने का लक्ष्य रखा है, जिससे इन्हें मदद मिल सकेगी, इसलिए जरूरी है कि हम अपने जनपद में ऐसे मजदूरों की तलाश कर उनका पंजीकरण अवश्य कराएं, निर्देशों के बावजूद अच्छी प्रगति ना आने के कारण मुख्य विकास अधिकारी ने निराशा व्यक्त की और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इसमें तेजी लाएं क्योंकि यह कार्य मानवीय सर्वो से भरपूर है इसमें सभी को तत्परता से लगना चाहिए, इसके अलावा मुख्य विकास अधिकारी ने गांव में सफाई को लेकर अत्यंत चिंता व्यक्त की और जिला पंचायत राज अधिकारी को आदेशित करते हुए कहा कि गांव की साफ सफाई के लिए एक निश्चित कार्य योजना बना ले और उस पर गंभीरता से अमल करें, इसके अलावा गौशालाओं की स्थिति पर भी उन्होंने चिंता व्यक्त की और उन्होंने कहा कि कुछ गौशालाओं की स्थिति अत्यंत खराब है वहां पर भूसे चारे की अत्यंत कमी है इस स्थिति को जल्द सुधारा जाए, उन्होंने भूसा बैंक की चर्चा करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य 30,000 कुंतल पर का था इसमें बेहद शर्मनाक काम किया है क्योंकि हमारे पास केवल मात्र 12 सौ कुंतल भूसा आ पाया है, इसके अलावा उन्होंने मनरेगा के तहत मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा काम ना मिलने पर निराशा जताई और उन्होंने इसके लिए खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि इसमें ज्यादा से ज्यादा मजदूरों को काम दिलाया जाए जिससे उन्हें राहत मिल सके, पेयजल की समीक्षा करते हुए उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि हैंडपंपों की स्थिति की सही जानकारी लगातार लेते रहे जिससे आमजन को पेयजल की समस्या ना होने पाए, साथ ही उन्होंने एन आर एल एम मे नये टारगेट निर्धारित कर उनको पूरा करने का लक्ष्य रखा जाए, साथ ही उन्होंने कैच द रेन की स्थिति को सुधारने की बात भी कही क्योंकि इसमें प्रगति संतोषजनक नहीं है, उन्होंने ग्राम प्रधानों के शपथ की तिथियों को भी शीघ्र निर्धारित करने की बात कही, इसके अलावा उन्होंने जिला विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना की प्रगति की समीक्षा ब्लॉक वाइज कर ले कुल मिलाकर इस समीक्षा बैठक का उद्देश्य था कि आमजन को राहत देने वाले कार्यक्रमों का सही संचालन और समन्वय संबंधित अधिकारी निष्ठा और लगन के साथ करें।

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