कानपुर
कपड़े में लिपटी छोड़ गया कोई दो माह की बच्ची, “आज भी कुछ लोग बेटियों को बोझ समझते हैं”
कानपुर। शुक्रवार को 2 माह मासूम बच्ची को कोई घर के बाहर छोड़कर कोई चला गया बच्ची के रोने की आवाज सुनकर परिवार बाहर निकाला देखा कि एक बच्ची चबूतरे में कपड़े में लपटी है। यह घटना वाकई सोचने पर मजबूर कर देती है कि सरकार द्वारा”बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसे अभियान चलाने के बावजूद समाज में ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं। बिना मां दूध के लिए तरसती कपड़े में लिपटी बच्ची को लावारिस की तरफ छोड़कर कोई चला गया। दुधमुंहा बच्ची मां कौन है किसी को नहीं पता हरबंस मोहाल क्षेत्र लोकमन मोहाल के एक घर के बाहर बने चबूतरे पर छोड़ कर चला गया। दुधमुंहा बच्ची के बिलख के रोने की आवाज सुनकर घर में रह रहे परिवार ने जब घर का दरवाजा खोल कर देखा 2 महा की बच्ची रोती बिलखती मिली। हरबंस मोहाल क्षेत्र में माता शक्ति माता मंदिर के पास शाहू परिवार के घर के बाहर बच्ची को छोड़कर चला गया। परिवार वालों ने बच्ची को गोद ले कर इसकी सूचना हरबंस मोहाल पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को बाल रोग विभाग में भर्ती कराया। बच्ची को कौन छोड़ गया है। क्षेत्र में आस पास के लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच कर रही है। हरबंस मोहाल थाना प्रभारी ने बताया कि विक्रम सिंह की सूचना के अनुसार दोपहर लगभग 2 बजे शाहू परिवार को यह बच्ची अपने घर के बाहर बने चबूतरे पर मिली है। परिवार ने 112 डायल पर सूचना दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को अपने कब्जे में लेकर हैलट हॉस्पिटल के बाल रोग विभाग में भर्ती कराया है। बच्ची को कौन छोड़ गया, इसकी भी जानकारी कर रही है। वही डॉक्टर ने बच्ची को स्वस्थ्य बताया है। कहा है बिना मां के और भूख की वजह से बच्ची बिलख कर रो रहीं थीं वहीं क्षेत्र के कुछ लोग बच्ची को अपनाने के लिए आगे भी आए।