विषय – मुख्यमंत्री एवं कोई भी मंत्री अपनी एक उंगली जलवा ले मैं 10 लाख का मुआवजा दूंगा
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में ह्रदय के 10 टुकड़ों की मृत्यु एवं अन्य गंभीर हालत में विभिन्न अस्पतालों में कराएं जा रहे इलाज व जो बच्चे लापता है उसपर सरकार व प्रशासन का रवैया अच्छा नहीं रहा। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल जिसमे मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय, महामंत्री एडवोकेट अशोक सक्सेना, कुंवर बहादुर आदिम, प्रभु दयाल कुशवाहा, प्रवीन वर्मा, रोहित गुप्ता, रशीद खान आदि ने मेडिकल कॉलेज जाकर वहां उपस्थित अधिकारियों एवं बच्चो के परिजनों से जानकारी ली।
प्रतिनिधिमंडल को मेडिकल कॉलेज में बताया गया कि वर्ल्ड क्लास की फैसिलिटी का निक्कू वार्ड बनाया गया था यह बच्चा वार्ड जिसमे अग्नि कांड हुआ है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतक बच्चो को पांच पांच लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है एवं केंद्र की और से दो दो लाख दिए जायेगे। मैं केंद्र सरकार में प्रधान मंत्री एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्रियों से कहना चाहता हूं कि अथवा आप अपनी एक उंगली जलवा लीजिए मोर्चा की ओर से दस दस लाख दिए जायेगे। हमारी मांग है कि कम से कम 25 लाख की राहत राशि दी जाए।
भानू सहाय ने अधिकारियों से कहा कि मेडिकल कॉलेज के सामने एवं जनपद में बने नर्सिंग होम्स की विस्तृत जांच जिसमे मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी अनापत्ति पत्र, झांसी विकास प्राधिकरण ने नक्शे किस आधार पर जारी किए, अग्नि शमन यन्त्र मानक को बदल कर सादे उपकरण लगवाने का कार्य अग्नि शमन विभाग कर रहा है ,भूमि का प्रोयोजन क्या था, प्रदूषण की समस्या, दवा उसी नर्सिंग होम में मिलेगी जिस नर्सिंग होम का डॉक्टर लिखता है आदि समस्यायों की जांच के लिए आयुक्त झांसी ने अनेक बार जिला अधिकारी को पत्र लिखे परंतु विस्तृत जांच नही कराकर जिला अधिकारी ने अपनी कार्यपद्धति पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।
मोर्चा को लगता है की शायद मेडिकल की भांति किसी बड़ी एवं दुखद घटना घटित होने का इंतजार किया जा रहा है।
हमारी मांग है की मेडिकल कॉलेज के दोषियों को कड़ी सजा मिले एवं 15 दिन के भीतर दिए गए बिंदुओ पर नर्सिंग होम्स की जांच सार्वजनिक नहीं किए जाने पर मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सहित मण्डल आयुक्त व जिला अधिकारी के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।
भानू सहाय अध्यक्ष
बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा