कानपुर
रनिया औद्योगिक क्षेत्र में आगजनी और श्रमिकों की सौत पर नागरिक जांच की मांग, मुख्यमंत्री से उच्च जोखिम वाले संस्थानों की जांच की मांग – पीयूसीएल
उच्च जोखिम और खतरनाक उद्योगों में सुरक्षा मानकों की लापरवाही के खिलाफ पीयूसील ने आवाज उठाई है, उन्होंने मांग करी है की विगत दिनों कानपुर देहात स्थिति आर.पी. पाली प्रास्ट फैक्ट्री में जो आगजनी का मामला सामने आया था उसने 6 मजदूरों की मौत हुई थी साथ ही 4 मजदूर गंभीर रूप से घायल हुए थे । बड़े बड़े उद्योग अक्सर सुरक्षा मानकों को ताक पर रखते हुए श्रमिकों से सुरक्षा के विपरीत परिस्थितियों में काम करवाते है जिस कारण अक्सर हादसे होते है और उसके गंभीर परिणाम केवल मजदूरों और श्रमिकों को ही भुगतने पड़ते है ।
संगठन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन मंडल आयुक्त कानपुर की देकर कानपुर नगर और कानपुर देहात में खतरनाक और जोखिम वाले उद्योगों में सुरक्षा मानकों की जघन्य अनदेखी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है ।
पी.यू.सी.एल. के कानपुर जिला के अध्यक्ष श्री दिनेश चंद्र अग्निहोत्री और महासचिव राम नवल कुशवाहा, ने कानपुर देहात जिला में आर.पी. पाली प्लास्ट फैक्ट्री में 21 सितंबर 2024 को एल.पी.जी. गैस लीक होने से जलकर 06 मजदूरों की मौत हो गई और 04 मजदूर झुलस कर गंभीर रूप से घायल हुए मजदूरों के मामले में भी सघन और गंभीर जांच की मांग करी है ।
मृतक बाल श्रमिक अजीत का हवाला देते हुए कहा गया है कि 1 साल से अधिक समय से अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किए बगैर इस परिसर में काम जारी था । इसमें मिल मालिकों के साथ साथ अग्निशमन विभाग और श्रम विभाग के अधिकारियों की भी घटना के प्रति जवाबदेही है और उनको अभियुक्त बनाया जाना चाहिए । रिपोर्ट में जोखिम एवं खतरनाक उद्द्योगों तथा प्रदूषण फैलाने वाले कारखाने में कारखाना अधिनियम 1948 का उल्लंघन लगातार जारी है आए दिन हादसे होते रहते हैं इस समस्या पर तुरंत संज्ञान लेने की आवश्यकता है।