कानपुर
यति नरसिंघानंद के बयान कानून और संविधान के साथ मखौल हैं: सूफ़ी कौसर मजीदी
कानपुर। गाजियाबाद के कथित महंत यति नरसिंघानंद द्वारा पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की सुनियोजित साजिश के तहत किए जा रहे अपमान पर सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए,देश के शीर्ष न्यायालयों से इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई की अपील की है।
केंद्रीय कार्यालय कानपुर नगर से वक्तव्य जारी करते हुए सूफी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी एडवोकेट ने,उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन अधिनियम के अंतर्गत न्यायालय द्वारा द्रुतगामी गति से सुनवाई करते हुए,न्याय देने की प्रक्रिया पर न्यायालय का शुक्रिया अदा करते हुए,उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि,कथित महंत यति नरसिंघानंद द्वारा पिछले चार सालों से लगातार पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब का अपमान किया जा रहा है,और उस पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि यति नरसिंहानंद के द्वारा घूम घूम कर सभाएं आयोजित करके एक सुनियोजित साजिश के तहत देश भर का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब का अपमान करना,और उस पर कोई कार्रवाई न होना देश के संविधान और कानून का मज़ाक उड़ाना है।उन्होंने कहा कि यति नरसिंघानंद का लगातार पैगंबर साहब का अपमान करना और पुलिस का मूकदर्शक बने रहना उसके अपराधिक वक्तव्यों पर शर्मनाक चुप्पी दिलों को तकलीफ देने वाली है।
उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों से लगातार गैर कानूनी बयानों के बाद भी पुलिस की कार्रवाई न होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि इसके पीछे कोई राजनीतिक साजिश है,जो देश का माहौल खराब करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि हम इस देश के संविधान और कानून पर पूरा भरोसा रखते हुए शीर्ष अदालतों से ये अपील करते हैं कि इस साजिश का स्वतः संज्ञान लेते हुए यति नरसिंहानंद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हेतु आवश्यक निर्देश जारी करें।