शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर किया धरना प्रदर्शन
कानपुर, माध्यमिक शिक्षणेत्तर एसोसिएशन के तत्वावधान जनपद के शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना/प्रदर्शन कर मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की तथा पुरानी पेंशन की यथावत बहाली, शिक्षक पद पर पदोन्नति अवकाश नकदीकरण कैशलेश मेडिकल सुविधा प्रधान सहायक का पद व ग्रेड पे 4200 एवं कनिष्ठ सहायक को प्रथम ए.सी.पी 2800 देने तृतीय, चतुर्थ श्रेणी पदो पर पूर्णकालिक नियुक्तियां आउटसोर्सिंग से नियुक्त कर्मचारियों की नियमितीकारण नियमावली वित्तविहीन कर्मचारियों की सेवा नियमावली तृतीय श्रेणी में पदोन्नति हेतु मृतक आश्रित के समान ट्रिपल सी हेतु 2 वर्ष समय देकर पदोन्नति करने सहित 13 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा।प्रदेश महामंत्री संतोष तिवारी ने कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास की बात कर शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के साथ भेदभाव कर रही है एक ओर पूर्णकालिक शिक्षक और दूसरी ओर आउटसोर्सिंग कर्मचारी नियुक्त कर भेदभाव कर रही है।सांसद विधायक पुरानी पेंशन लेकर हमें एन.पी.एस दे रही है।जिससे कर्मचारी आक्रोशित है। जिलाध्यक्ष अजय प्रधान जिला मंत्री प्रसून तिवारी ने कहा कि जनपद स्तर पर कर्मचारियों कीअनदेखी चरम पर है कर्मचारियों की जुलाई निर्धारित एसीपी बैठक अभी नहीं हुई जीपीएफ पेंशन एरियर का भुगतान समय से नहीं होता। चाचा नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज, ज्वाला देवी इंटर कॉलेज गणेश शंकर विद्यार्थी इंटर कॉलेज सुभाष स्मारक इंटर कॉलेज आदि में कनिष्ठ सहायक पद पर पदोन्नतियां निजी हितों के कारण नहीं की जा है। डीआईओएस अरुण कुमार ने प्रदेश का ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजने व संज्ञानित जनपद समस्याओं को शीघ्र निस्तारित करने हेतु आश्ववस्त किया। प्रमुख रूप से संतोष तिवारी भगवत प्रसाद जोशी अजय प्रधान प्रसून तिवारी राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष प्रभात मिश्रा मंत्री उदयराज सिंह, बेसिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष राकेश पांडेय मेवालाल आशुतोष मोर शशि शेखर बाजपेई अरविंद कुमार गणेश दीक्षित शरद तिवारी सुरेश विश्वकर्मा निखिल तिवारी मनोज त्रिपाठी धर्मेंद्र पाठक कमल कांत द्विवेदी आशुतोष, दीपक पाल शरद यादव जयशंकर स्वार्थ राम रितेश सचान कमल कांत,धर्मेन्द्र पाठक अल्पना पांडे उत्सव मारवाह उमाशंकर नितिन पाण्डेय, सुनील मौर्य सहित जनपद के सैकड़ों शिक्षणेत्तर कर्मचारी राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारी उपस्थित रहे।