स्विच, वायर और अन्य उपकरणों के अभाव में बंद पड़ीं शहर की 25 हजार स्ट्रीट लाइटें जल्दी ही सही होंगी। नगर आयुक्त सुधीर कुमार की स्वीकृति के बाद मार्ग प्रकाश विभाग ने सामान खरीदने के लिए 28 अगस्त को 40 लाख रुपये के टेंडर आमंत्रित किए हैं।

वार्डों में अंधेरे की समस्या को लेकर पार्षद सदन में कई बार हंगामा कर चुके हैं। उनका कहना है कि हर वार्ड में औसतन 500 लाइटें खराब हैं। हालांकि निगम के मुताबिक बिगड़ी पड़ी लाइटों की संख्या इससे आधी है।

शहर के 110 वार्डों में 1,23,557 स्ट्रीट लाइटें लगी हैं। केंद्र सरकार के उपक्रम ईईएसएल (एनर्जी एफीशियेंसी सर्विसेज लिमिटेड) के नगर निगम से भुगतान रुकने पर करार तोड़ने के बाद से बंद लाइटों की समस्या बढ़ती जा रही है। बड़ी संख्या में लाइटें खराब होने से शाम होते ही तमाम मोहल्लों या सड़कों पर अंधेरा छा जाता है।

नगर निगम का मार्ग प्रकाश विभाग तार, स्विच, ड्राइवर (एलईडी में लगने वाला उपकरण) की कमी से पूरे दिन में 20-25 लाइटें ही ठीक कर पाता है। भैरोघाट में लाइटों का सुधार कार्य भी उपकरणों की कमी से सुचारू नहीं है। हर वार्ड से खराब लाइट यहां तक पहुंचाना पार्षदों के लिए भी चुनौती है। मार्ग प्रकाश अधिकारियों ने बताया नगर निगम में 28 अगस्त को ही उपकरणों के टेंडर खोल दिये जाएंगे, ताकि खराब लाइटें सही करने का काम जल्दी ही शुरू किया जा सके।जनता की लगातार शिकायत पर पार्षदों को खुद पोल पर चढ़कर स्ट्रीट लाइटें ठीक करनी पड़ रही हैं। दो सप्ताह पहले नानकारी के पार्षद सुनील कुमार पासवान ने खंभे पर चढ़कर 5 स्ट्रीट लाइटें ठीक की थीं। वह बिजली का काम जानते थे। किदवई नगर वार्ड-14 की पार्षद शालू कनौजिया ने पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें स्ट्रीट लाइटें ठीक करने की अनुमति दी जाए। इससे पहले वह एक बार पोल पर लाइट सही करने के लिए चढ़ चुकी हैं, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने ईईएसएल की वापसी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कंपनी से जुड़े प्रपत्र तलब किये हैं। ज्यादातर पार्षद भी कंपनी को वापस लाने पर सहमत हैं। कंपनी का करीब 73 करोड़ रुपये बकाया है। पार्षद महेंद्र पांडेय पप्पू, कौशल मिश्रा, नीरज कुरील, लियाकत अली, आलोक पांडेय, विवेक शर्मा, अकील शानू के अनुसार ईईएसएल कंपनी बेहतर कार्य कर रही थी। समस्या बताने पर तुरंत एक्शन होता था।जूही, गीतानगर, शारदानगर, जाजमऊ, गोविंद नगर, विजय नगर, काकादेव, जरौली, कर्रही, अफीमकोठी, श्यामनगर, रोशन नगर, कल्याणपुर, दादनगर, पनकी औद्योगिक क्षेत्र, विश्वबैंक कालोनी, बर्रा, सूटरगंज, ग्वालटोली, खलासी लाइन, दर्शनपुरवा, गड़रियनपुरवा, निरालानगर, साकेत नगर आदि कई क्षेत्रों में लाइटें खराब है।

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