आल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया ने ज्ञापन सौंपा
कानपुर।ऑल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया के आवाहन पर शहर क़ाज़ी कानपुर मौलाना मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही के नेतृत्व में मंगलवार को जनपद के मदरसा प्रबंधकों प्रधानाचार्यों तथा शिक्षकों द्वारा आधार आधारित बायोमेट्रिक सिस्टम पर मदरसों में छात्र- छात्राओं तथा शिक्षकों की उपस्थिति स्थगित किए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री तथा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी कानपुर के माध्यम से दिया गया।ज्ञापन में कहा गया है कि जिस प्रकार बेसिक व माध्यमिक शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति को स्थगित किया गया है,उसी प्रकार शिक्षा की समानता व एकरूपता के लिए आवश्यक है कि मदरसों के शिक्षकों व कर्मचारियों तथा छात्र- छात्राओं की आधार आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति की प्रक्रिया को स्थगित किया जाए।ज्ञापन में कहा गया है कि मदरसा शिक्षा परिषद के नियन्त्रणाधीन मदरसों में समाज के सबसे निचले स्तर के असहाय,निर्धन एवं गरीब छात्र/छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा देने का कार्य किया जाता है। मदरसों जैसी शिक्षण संस्थाएं देश तथा प्रदेश की साक्षरता दर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं,ऐसी दशा में उक्त असहाय, निर्धन,गरीब और समाज के दबे, कुचले व निचले स्तर के छात्र/छात्राओं की दैनिक उपस्थिति, आधार पर आधारित बायोमैट्रिक/फेस आथन्टिकेशन अटेनडेन्स सिस्टम के माध्यम से कराये जाने में अत्यंत कठिनाइयाँ उत्पन्न होंगी जिस कारण उनके स्कूल छोड़ने की संभावनाओं को बल मिलेगा।जहाँ एक ओर विश्व,देश एवं प्रदेश स्तर पर छात्र/छात्राओं को स्कूल चलो अभियान सरकार एवं शिक्षण संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर इस प्रकार के कठिनाई पूर्ण कार्यक्रम/नियमों से शिक्षा में गिरावट आने की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।ज्ञापन देने वालों में आल इण्डिया टीचर्स ऐसोसिएशन मदारिस अरबिया कानपुर के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती इसराफील साहब मदारी, नायब शहर क़ाज़ी व वरिष्ट उपाध्यक्ष क़ारी मोहम्मद सगीर आलम हबीबी, महामंत्री हाजी खुर्शीद आलम , हाजी इंतजार अहमद, कारी अब्दुल मुत्तलिब कादरी, मुफ्ती मोहम्मद हनीफ बरकाती , मौलाना गुलाम मुस्तफा रजवी,अब्दुल अहद समेत जनपद के सैकड़ों मदरसा शिक्षक एवं शिक्षाएं मौजूद थी।