कानपुर
हजरत इमाम हुसैन की शहादत में गमगीन हुआ माहौल, ताजिये और अलम किये गए दफन
इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना आज दसवीं मुहर्रम के साथ शुरू हो गया है ।
आज कानपुर ग्वालटोली स्थित छोटी व बड़ी कर्बला में मातमपुर्सी और जुलूस के बाद ताजिये और अलम दफना दी जाएंगी ।
आज मुहर्रम की दसवीं तारीख है और आज से ही इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से नए साल का आगाज हो जाता है । पिछले दस दिनों से शहर के विभिन्न क्षेत्रों से जुलूस और अलम के निशान के साथ अकीदतमंद छोटी और बड़ी कर्बला आ रहे थे आज भी यहां मातमपुर्सी और ताजिया निशान दफनाए जाएंगे ।
इसी के साथ पूरी शांति व सौहार्दपूर्ण तरीके से मोहर्रम त्यौहार सम्पन्न हो जाएगा । कानपुर पुलिस-प्रशासन ने इस बार जो नियम जारी किये थे उनकक कड़ाई के साथ पालन कराया गया, हालांकि कुछ जगहों पर छिटपुट लड़ाई झगड़े और तेज़ आवाज में शोर मचाते हुए जुलूस भी निकले जिनको समय रहते पुलिस ने बड़ी समझदारी के साथ शांत कर दिया ।
पहली मोहर्रम के साथ ही शिया और सुन्नी दोनो समुदाय के लिए अहम इस्लामिक कैलेंडर का महीना मुहर्रम शुरू हो गया जिसके शुरू होते ही मुस्लिम समुदाय ने रात में मजलिस शुरू कर दी थी और आज दसवीं मोहर्रम के दिन जुलूस के साथ आये गमगीन लोग ताजिये दफन कर अपने पैगम्बर की शहादत को याद करेंगे ।