कानपुर। अरौल अरौल थाना क्षेत्र के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर एक ट्रक सड़क पर लावारिस एवं ख़राब हालत में खड़ा मिला था जिसमें गोवंश लदे हुए दे। इस सम्बन्ध में थाना अरौल पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत हुआ था। इस घटना का खुलासा करने के सम्बन्ध में पुलिस उपायुक्त पश्चिम विजय ढुल द्वारा तीन पुलिस टीमों का गठन किया गया था, जिनके द्वारा घटना की फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज के सम्बन्ध में ह्यूमन इंटेलिजेंस और मोबाइल सर्विलांस के माध्यम से अपराध में संलिप्त अभियुक्तों के पहचान और उनके खिलाफ साक्ष्य एकत्र किए गए। आज सुबह मुखबिर की सूचना पर घटना से संबंधित 2 अभियुक्तो की थाना क्षेत्र अरौल में मौजूद होने की सूचना प्राप्त हुई, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए, इन अभियुक्तों की घेराबंदी की गई। अपने आप को घिरता देख, इन अभियुक्त गणों द्वारा, पुलिस पार्टी के ऊपर जान से मारने की नीयत से, अवैध तमंचों से फायर किए गए, जवाबी कार्रवाई के दौरान दोनों अभियुक्तों को पैर में गोली लगी और उन्हें मौक़े से गिरफ्तार कर लिया गया। मौके पर अभियुक्तो के कब्जे से दो तमंचा देसी 315 बोर मय दो जिंदा कारतूस 315 बोर तथा दो खोखा कारतूस 315 बोर तथा एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है। प्रकरण में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस आयुक्त द्वारा इस सराहनीय कार्य से प्रेरित होकर पुलिस टीम को 50 हजार रुपये नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।