एंकर – जबरदस्त गर्मी के कारण बिजली खर्च भी बढ़ गया था.लोगों के बिल डेढ़ से दोगुना तक हो गए थे. शायद यही वजह है कि कई इलाकों में बिजली चोरी की बाढ़ आ गई. यह देख केस्को ने मॉर्निंग रेड शुरू की तो उसे कई स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ने में कामयाबी मिली. केस्को के एफआईआर कराने पर बिजली चोर अलर्ट हो गए. बीते फाइनेंशियल में भी केस्को ने लगभग 1800 केस बिजलीचोरी सहित अनियमितता के पकड़े थे. इन पर 22 करोड़ रुपए से अधिक रेवेंयू असेसमेंट व कम्पाउंडिंग लगाई गई थी.
वीओ – केस्को ऑफिसर्स ने बिजली चोरी रोकने के लिए छापेमारी शुरू करा दी. केस्को और विजिलेंस की टीमों ने दिन के अलावा मार्निंग रेड भी शुरू कर दी. इसमें उन्हें सफलता भी मिली. कर्नलगंज, बेकनगंज, हंसपुरम, प्रेम नगर, नाजिर बाग, बाबूपुरवा आदि मोहल्लों में दर्जनों की संख्या में बिजली चोरी के मामले पकड़े. कंपाउंडिंग न जमा करने पर ज्यादातर मामलों में मुकदमें दर्ज कराए गए और लाखों रूपए का रेवेंयू असेसमेंट पेनॉल्टी के तौर पर लगाया गया है. हालांकि केस्को के इस रवैए से बिजली चोर अलर्ट हो गए हैं. अब केस्को और विजिलेंस टीम के पास पहले की तरह बिजली चोरी की सूचनाएं नही आ रही हैं.केस्को मीडिया प्रभारी श्रीकांत रंगीला बताया कीअभी भी मॉर्निंग रेड प्रोग्राम को चलाया जा रहा है. बिजली चोरी रोकने के लिए टीमें लगातार एक्टिव रहती है. जैसे ही बिजली चोरी की कोई जानकारी मिलती है तो तत्काल टीमें मौके पर जाकर जांच करती है. बिजली चोरी का मामला पकड़े जाने पर रेवेंयू असेसमेंट भी लगाया जाता है. पहले कंपाउंडिंग न जमा करने पर मुकदमा दर्ज कराया जाता था.