आज दिनांकः 26/06/2024 को गोविन्द नगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री सुरेन्द्र मैथानी जी ने, जिलाधिकारी को एक पत्र सोपा। और कहा कि,वार्ड 53 के अन्तर्गत- सरायमीता गांव से लेकर, जमुई गांव और बदुआपुर गांव में, (आई आई टी कानपुर की रिपोर्ट के अनुसार) अमोनिया युक्त भूगर्भ जल, विषैला होने के कारण, उक्त क्षेत्र के लगभग 40 हजार से भी ज्यादा लोगों को, पेयजल के भारी संकट के कारण, जीवन को बचाने के लिए,जूझना पड़ रहा है। विधायक जी ने, उनको राहत देने के लिए और शुद्ध जल देकर जीवन बचाने के लिए उक्त क्षेत्र को, ‘‘ अमृत 2.0 योजना ’’ के अंतर्गत,शामिल कराने हेतु, जिलाधिकारी, कानपुर नगर से कहा।

 

मा. विधायक जी ने, उक्त स्थलों का निरीक्षण उपरांत जिलाधिकारी महोदय को बताया कि,मेरी गोविन्द नगर विधानसभा अन्तर्गत, उक्त वार्ड के तीनों गांव में,पेयजल पूरी तरह से प्रदूषित है। क्योंकि उक्त गांव के आसपास फैक्ट्री एरिया होने से, और तत्कालीन डंकन के नाम से तथा वर्तमान में फर्टिलाइजर के नाम से जैसी, तमाम तरह की फैक्ट्रियां, पिछले 50 से 60 वर्षों से लगातार चल रही है।जिसमें बड़ी मात्रा में रसायन और प्रदूषित जल को, निकास के संसाधन ना होने के कारण से, जमीन में ही जगह-जगह बोर करके,जहरीले पानी को निस्तारण करने की अघोषित एवं अवैध रूप से, गलत व्यवस्था बनी हुई थी। और मानव जीवन के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा था। तमाम सरकारें रही,पर किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। जब यहाँ के भू-गर्भ जल प्रदूषण की IIT कानपुर से वैज्ञानिक जाँच होकर, उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक हुई, तब पता चला कि कानपुर शहर के विभिन्न क्षेत्र की जो रिपोर्ट आई है, उसमें सर्वाधिक हमारे क्षेत्र के, उक्त स्थलों में,फर्टिलाइजर की फैक्ट्री के विशेष कारण से तथा और भी फैक्ट्रीओं के जहरीले पानी का एवं काफी मात्रा में,जहरीले रसायनों का भी, जमीन के अंदर तक रिसाव हो जाने के कारण से,भूगर्भजल(पेयजल हेतु) पानी, पूरी तरह से अमोनिया युक्त विषैला हो गया है।परिणाम स्वरूप, हमारे उक्त क्षेत्र के गरीब ग्राम वासियों एवं मजबूर जनता का स्वास्थ्य प्रतिदिन खराब होता जा रहा है और यहाँ के लोग अकसर कैंसर जैसी एवं अन्य गम्भीर बीमारियों से ग्रसित हो रहें है।दिव्यांगता के मामले भी संज्ञान में आ रहे हैं।पेयजल दूषित होने के कारण यहाँ के छोटे-छोटे बच्चे, महिलायें, बुजुर्ग, घर से काफी दूर, जो भी पेयजल हेतु, जो भी वैकल्पिक साधन प्राप्त हो जाता है, तो उस पेयजल को एकत्रित करते हैं और कुछ दिन उस पानी का उपयोग करते हैं। अन्यथा ज्यादातर उसी अमोनिया युक्त जहरीला पानी का सेवन मजबूरी में कर रहें है। जिसके कारण यहाँ के निवासियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।

विधायक जी ने जिलाधिकारी महोदय से सारी समस्याओं को बताते हुये, सरांयमीतां गाँव, बदुआपुर गाँव और जमुई गांव सहित तीनों गाँव में,पेयजल की समुचित व्यवस्था हेतु, ‘‘ अमृत 2.0 योजना ’’ के अंतर्गत वाटर लाइन जनहित में डलवाये जाने की अपेक्षा है।

विपिन दुबे विधानसभा कार्यालय प्रभारी

26.06.2024

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