कानपुर

 

कानपुर के बर्रा से फरवरी में लापता हुई नर्स की एटा में हुई हत्या का आज पुलिस ने खुलासा कर दिया है।पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से दोनों आरोपियों को दबोच लिया है।जानकारी के मुताबिक बर्रा के रहने वाली युवती विश्व बैंक स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करती थी और 8 फरवरी से लापता थी।जिसके बाद परिजन लगातार अपनी बेटी की तलाश कर रहे थे साथ ही परिजनों ने बेटी के गायब होने की तहरीर बर्रा थाने में दी थी। जिसके बाद से पुलिस लगातार युवती की तलाश कर मामले के खुलासे में लगी हुई थी ।वही आज पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया है।

 

बता दें कि बर्रा 8 निवासी नर्स शालिनी आठ फरवरी को लापता हो गई थी।वह एक निजी हॉस्पिटल में काम करती थी।वह परिवार से अलग रहती थी और आना जाना काम था।परिवार को उसके गायब होने की जानकारी तब हुई जब कई दिन तक शालिनी ने अपने घर पर फोन नही किया तब जाकर मार्च में परिजनों की तहरीर पर मार्च में मुकदमा दर्ज हुआ।मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस लगातार मामले की छानबीन में जुटी हुई थी जिसके बाद आज पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है।

 

वही इस पूरे मामले पर डीसीपी साउथ रविन्द्र कुमार ने बताया की बर्रा थाना में एक मुकदमा लिखा गया था जिसमे बर्रा के रहने वाली नर्स लापता हो गई थी और पुलिस लगातार कर रही थी।वही पुलिस के छानबीन में जानकारी में पता चला कि बर्रा से लापता लड़की की हत्या उसी के प्रेमी मनोज व उसके साथी राहुल ने की थी।डीसीपी साउथ रविन्द्र कुमार ने बताया कि बर्रा में रहने वाली शालिनी विश्व बैंक के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करती थी इसी दौरान बर्रा के तंत्याटोपे नगर का रहने वाला मनोज जो 3 वर्ष पहले बर्रा थाने में पुलिस में तैनात था उसकी इस दौरान शालिनी से दोस्ती हो गई और दोनों का मिलना जुलना हो गया और दोनों में नजदीकियां बने लगी जिसके बाद शालिनी मनोज से शादी का दबाव बनाने लगी।शालिनी ने परेशान होकर मनोज 8 फरवरी को शालिनी का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी और अपने साथी राहुल कुमार की मदद से साक्ष्य छुपाने के लिए शालिनी के शव को अपने गाँव जैथरा जनपद एटा ले जाकर एक सूखे कुँए ने फेक दिया तथा अपने साथी राहल के साथ रात में ही वापस कानपुर आ गया तथा मृतिका शालिनी तिवारी का फ़ोन देकर अयोध्या भेज दिया और कहा कि अयोध्या में मोबाइल न कर मोबाइल जो तोड़कर किसी मे नाले में फेंक देना जिससे पुलिस को गुमराह किया जाए और पुलिस अयोध्या में खोजती रहे ।जिसके बाद पुलिस ने फिर टेक्निकल टीम के माध्यम से मामले का खुलासा करते हुए राहुल और मनोज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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