विषय : *पं विश्वनाथ शर्मा और शंकर भैया का सपना अधूरा बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा करेगा पूरा*।
बुंदेलखंड राज्य निर्माण की मांग 1956 से जब बुंदेलखंड राज्य के टुकड़े कर उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में बांटा गया तभी मांग चल रही है भारत देश की आजादी के बाद वर्ष 1948 में जब देश की रियासतों का विलीनीकरण की कार्यवाही प्रारंभ हुई तब बुंदेलखंड क्षेत्र की ३५ रियासतों के राजाओं ने लिखित संधी की कि भाशायी एवं सांस्कृतिक आधार पर बुंदेलखंड राज्य का गठन किया जाये।
तत्कालीन केंद्र सरकार ने संधी अनुसार बुंदेलखंड राज्य का गठन किया। जिसके प्रथम मुख्यमंत्री कामता प्रसाद सक्सेना को बनाया गया एवं नौ गांव राजधानी बनाई गई। परंतु यह व्यवस्था बहुत लंबी नहीं चली 1955 में आयी प्रथम राज्य पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार बुंदेलखंड क्षेत्र को 1956 में उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में बांट दिया तभी से ओरछा नरेश वीर सिंह जूदेव ने हमारा प्रदेश हमें वापस दो के नारे के साथ बुंदेलखंड राज्य निर्माण का आंदोलन प्रारंभ किया।
1970 के दसक में पं विश्वनाथ शर्मा ने बुंदेलखंड एकीकरण समिति का गठन कर उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में लाखों सदस्य बनाकर जन जागरण अभियान चलाया। एकीकरण समिति के तहत विश्वनाथ शर्मा जी अंतिम सांस तक बुंदेलखंड राज्य निर्माण की मांग करते रहे।
1989 में शंकर लाल मल्होत्रा ने एक नया संगठन बनाकर बुंदेलखंड राज्य निर्माण आंदोलन को उग्र गयी दी शंकर भैया के असमय देहान्त के बाद आंदोलन रुक सा गया।
2008 में बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा का गठन किया गया एवं आंदोलन को जोर शोर से प्रारम्भ किया गया। 2011 में उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश को चार नए राज्यों में बांटने का प्रस्ताव पारित किया जिससे आन्दोलन को गति प्राप्त होने लगी। 2014 में उमा भारती ने राम राजा सरकार को साक्षी मानकर तीhन साल के भीतर बुन्देलखण्ड राज्य बनवा देने का बुंदेलियो से झूठा वादा किया जिसका नरेंद्र मोदी व राजनाथ सिंह ने समर्थन किया।
हमीरपुर सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल को छोड़ कर बुन्देलखण्ड क्षेत्र के अन्य सभी सांसदों ने बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण पर चुप्पी साध ली।
*बुंदेलखंड निर्माण मोर्च के अध्यक्ष भानू सहाय ने इलाईट से महारानी लक्ष्मीबाई पार्क तक हाथ मे बड़ा बोर्ड लेकर जिसमें लिखा गया ” प. विश्वनाथ शर्मा एवं शंकर भैया ka सपना अधूरा, बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा करेगा पूरा* ”
मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय ने पद यात्रा के दौरान कहा कि वर्तमान सांसद अनुराग शर्मा प. विश्वनाथ शर्मा के पुत्र है लेकिन वे अपने पिता का राज्य निर्माण के सपने के समर्थन में कार्य नहीं कर गलत कार्य कर रहे है। पुत्र अपने पिता के बताये हुए मार्ग पर नहीं चलकर समाज को गलत संदेश दे रहे हैं। मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि वे मुहिम चला रहे है कि तुम्हें राम कौ कौल बुन्देलखण्ड राज्य की मांग लोक सभा में नहीं उठाने वालों को हरा दीजिए। *अटल बिहारी बाजपेई ने कहा था कि जब हराने की क्षमता बना लोगे तो जनप्रतिनिधि राज्य निर्माण के पक्ष में कार्य करने लगेगें*।
भानू सहाय अध्यक्ष
बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा
9415588500

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