कानपुर
कानपुर के सजेती में नारकोटिक्स टास्फोर्स(एएनटीएफ) व पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां पर टीम ने एक ट्रैक्टर ट्रॉली समेत बोलेरो सवार पांच गांजा तस्करों को बैरी केडिंग करके पकड़ा है। पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह ट्रैक्टर ट्रॉली का प्रयोग पुलिस और नारकोटिक्स टीम से बचने के लिए करते थे। टीम को तस्करों ने पास से लगभग दो कुंतल गांजा बरामद हुआ है। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया है।
वी ओ – झांसी थाने के नारकोटिक्स टास्क फोर्स(एएनटीएफ) प्रभारी चंदन पाण्डेय ने बताया कि उन्हे कई दिनों से गांजा तस्करी होने की सूचना मिल रही थी, जिस पर उन्होंने मुखबिरों को अलर्ट कर रखा था। रविवार दोपहर मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि गांजा तस्कर एक बोलरो और ट्रैक्टर ट्रॉली में गांजा लेकर हमीरपुर की ओर जा रहे है। सूचना मिलते ही वह घाटमपुर पहुंचे,जहां उन्होंने घाटमपुर एसीपी रंजीत कुमार सिंह को पूरी जानकारी दी। जिसके बाद बिधनू और सजेती पुलिस हाइवे पर अलर्ट रही।वही जब गांजा तस्कर सजेती थाना क्षेत्र में प्रवेश कर गए,तभी सजेती पुलिस ने नारकोटिक्स टीम के साथ थाना क्षेत्र के दुर्गा देवी मोड़ के पास स्थित लहुरिमऊ तिराहे पर चेकिंग के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली समेत बोलेरो सवार पांच तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने अपनी पहचान बांदा के जवाहर नगर निवासी अवधेश कुमार, लोधिनपुरवा निवासी रामयश, रघुवंशी डेरा कनवारा निवासी वेदप्रकाश उर्फ मोनू, बांदा जिले के गौरा कलां निवासी रमेश, कानपुर के अहिरवा निवासी सुरेंद्र सिंह के रूप में बताई है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायलय में पेशकर जेल भेज दिया है। सजेती थाना प्रभारी ब्रजमोहन ने बताया कि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज पांचों आरोपियों को न्यायलय में पेशकर जेल भेजा गया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स(एएनटीएफ) टीम से बचने ट्रैक्टर ट्रॉली और भूसे की झाल का प्रयोग करते थे, आरोपियों ने बताया की कई बार पुलिस की चेकिंग के दौरान वह ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर निकल गए है। क्योंकि झाल के अंदर गाजा और मोहरे पर भूसा भरा होता था। इसलिए कोई ट्रैक्टर ट्रॉली पर शक नही करता था। वह लोग बोलेरो से कुछ दूर पर ट्रैक्टर ट्रॉली के पीछे चला करते थे।