⛳ *सुप्रभात🌞जय श्री राम*⛳

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माघ मास, शुक्ल पक्ष, *पूर्णिमा*,

मघा नक्षत्र, सूर्य उत्तरायण,

बसंत ऋतु, युगाब्द ५१२५,

विक्रम संवत-२०८०,

शनिवार, 24 फरवरी 2024.

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*आज का विचार -*

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आनन्दयति सत्वानि यो

हि मङ्गलमञ्जुवाक्,

निन्दमिष्यति लोके सः

परवाक्यनिगूहकः।

 

*भावार्थ – जो व्यक्ति आपकी वास्तविक कमियों को छिपा कर, आपको प्रिय लगने वाली मीठी बातें कह कर, आपको क्षणिक सुख व् प्रसन्नता प्रदान करता है, वह कहीं न कहीं आपको हानि ही पहुँचाता है और वह अन्ततः समाज में निन्दित ही होता है।*

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*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

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