मदरसा जामे उल उलूम व जामिया आयशा सिद्दीका पटकापुर में वार्षिक परीक्षा मुकम्मल
19/अप्रैल तक वार्षिक अवकाश का ऐलान, छात्र-छात्राएं अपने घरों को रवाना
कानपुर – देश के प्रसिद्ध ऐतिहासिक दीनी मदरसे जामे उल उलूम जामा मस्जिद, जामिया आयशा सिद्दीक़ा पटकापुर व शाहीन अकादमी मदरसा प्लस में वार्षिक परीक्षा के बाद वार्षिक अवकाश का ऐलान हो गया। मदरसे के मोहतमिम व मुतवल्ली मुहीउद्दीन खुसरू ताज ने घरों के लिये रवाना हो रहे छात्र-छात्राओं को नसीहत करते हुए कहा कि जिस तरह मदरसें में रह कर अपने शिक्षकों की निगरानी में नमाज़ों की पाबन्दी, कुरआन की तिलावत और शैक्षिक गतिविधियों सें व्यस्त रहें, अपने घरों पर भी जाकर इसी तरह सलीक़े और तहज़ीब का प्रदर्शन करते हुआ आला अख्लाक़ व किरदार पेश करें। अपने मां-बाप की खूब खिदमत करें। बच्चों से कहा कि यात्रा के दौरान विशेष एहतियात बरतें, संरक्षकों, शिक्षकों और मां-बाप के सम्पर्क में रहने की हिदायत देते हुए कहा कि अपने गंतव्य पर पहुंच कर ज़िम्मेदारों को सूचित करें, किसी भी तरह की समस्या होने पर खुद कोई निर्णय लेने से पूर्व फौरन अपने बड़ों को सूचित करें। मदरसे में 19 अप्रैल तक छुट्टी रहेगी। 10 शव्वाल मुताबिक 20 अप्रैल दिन शनिवार से दोबारा शैक्षिक गतिविधियां शुरू हो जायेंगी। जिस तरह आप अपने घरों को जा रहे हैं, उसी तरह समय पर वापस अपने मदरसे में हाज़िर हो जायें।
नाज़िमे तालीमात मौलाना मुहम्मद सईद क़ासमी ने रवाना होने वाले बच्चों से कहा कि घर में रहने के दौरान समय बर्बाद करने से बचें। अपने सबक़ दोहराते रहें, पिछला याद करें।घरों को रवाना हो रहे बच्चों के चेहरों पर खुशी साफ तौर पर देखी जा सकती हैं, इस वर्ष मदरसे से फारिग़ हुए उलेमा और मुफ्ती हज़रात एक दूसरे को गले लगाकर पूर्व में हुई गलतियों की माफी और मदरसे में गुज़ारे गये वक़्त को याद करके नम आंखों से रवाना हुए।