कानपुर
जमीन संबंधित विवादों की संख्या बढोत्तरी को लेकर प्रशासन परेशान है। प्रशासन और पुलिस के पास सबसे ज्यादा शिकायतें जमीन की पैमाइश को लेकर आती है। वहीं जमीन को बढ़ा या घटाकर बेचने का खेल भी बड़े पैमाने पर चल रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए डीएम राकेश कुमार सिंह ने नई पहल की।
अब बैनामे व दाखिल खारिज से पहले चौहद्दी चेक की जाएगी। चौहद्दी ठीक होने पर ही बैनामा व दाखिल खारिज होगा। इससे विवादों पर रोक लगेगी। डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में जमीनों के विवाद की संख्या काफी है। इसलिए बैनामा व दाखिल खारिज करने से पहले जमीन की चौहद्दी को जरूर चेक कर लें। अगर स्पष्ट हो तो ही करें। दाखिल खारिज बिना मौके पर जाए हुए न करें। डीएम ने एसडीएम और तहसीलदारों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अगर शहरी क्षेत्र का दाखिल खारिज कर रहे है तो मौका मुआयना जरूर करें। अक्सर दस्तावेज और मौके की स्थिति में अंतर होता है। दाखिल खारिज करने से पहले सभी स्थितियां स्पष्ट हो जाएगी। बाद में विवाद की स्थिति नहीं रहेगी।हर दिन करीब 70 बैनामे और 50 के करीब दाखिल खारिज जिले में होते हैं। डीएम राकेश कुमार सिंह जब संपूर्ण समाधान दिवस में बैठे तो उनके सामने सबसे ज्यादा शिकायतें आसरा आवास और फिर जमीन को घटा बढ़ाकर दाखिल खारिज व बैनामा कराने की आई। कई जगह सेटिंग से जमीन हड़पने का खेल भी किया गया। इसे देखते हुए डीएम ने सभी बैनामे और दाखिल खारिज से पहले जमीन की स्पष्ट चौहद्दी चेक करने का आदेश दिया है। जिससे किसी तरह का विवाद दाखिल खारिज और बैनामा होने के बाद न हो। इसके लिए रजिस्ट्री विभाग को भी सख्त निर्देश भेजे जाएंगे।