कानपुर
उत्तर प्रदेश के समस्त शासकीय मेडिकल कॉलेजों में स्वतंत्रता के बाद 75 वर्षों में ऐसा पहली बार है कि 21.17 करोड रुपए की लागत से मानसिक रोग विभाग का विस्तारीकरण होने जा रहा है। यह रकम कानपुर मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग को मिली है।इस बिल्डिंग में बेसमेण्ट के साथ तीन मंजिला भवन का प्रस्ताव है, जिसे कार्यदायी संस्था C एन्ड DS द्वारा दो वर्षों में निर्मित किया जाएगा। यह जानकारी मानसिक रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. धनंजय चौधरी ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि, इस भवन में कुल 30 बेड होंगे। 10-10 बेड पुरूष एवं महिला वार्ड में होंगे और 10 बेड नशामुक्ति वार्ड में होंगे। इसके अलावा स्टूडेंट्स चैम्बर्स, इमरजेंसी रूप, ईसीटी रूम, आरटीएमएस रूम, ऑक्यूपेशनल थेरेपी रूम, रेकीएशनल थेरेपी रूम आदि का निर्माण होगा। इसी के साथ साथ बाल एवं किशोरावस्था, वृद्धावस्था, नशामुक्ति, सैक्स से सम्बंधित एवं वेटामिन क्लिनिक भी प्रारम्भ किए जा सकेंगें।
डॉ धनंजय चौधरी ने बताया कि, अभी तक विभाग में केवल दो पद चिकित्सा शिक्षकों के थे, जिन्हे शासन ने बढ़ा कर छह कर दिए हैं। एक पद सीनियर रेजिडेंट का बढ़ा कर पांच कर दिया है। पैरामेडिकल स्टाफ भी दिया गया है। मानसिक रोग विभाग के विस्तारीकरण से MD पाठ्यकम के लिए एनएमसी मानक पूर्ण हो सकेंगे तथा पीजी पाठ्यकम भी प्रारम्भ किया जा सकेगा।
डॉ. धनंजय चौधरी ने बताया कि कानपुर नगर उत्तर प्रदेश का एक सबसे बड़ा महानगर है, जहां पर आस पास के लगभग 18 जनपदों के मरीज इलाज के लिए आते हैं। पूर्व में केजीएमयू लखनऊ एवं पश्चिम में मेन्टल हॉस्पिटल आगरा दो बड़े मनोचिकित्सा के केंद्र हैं। कानपुर उत्तर प्रदेश का केंद्रीय जनपद है, उसमे मानसिक रोगियों के लिए सीमित संसाधन ही अभी उपलब्ध हैं।
डॉ. चौधरी ने बताया कि आजकल की भागदौड, प्रतिस्पर्धा एवं सोशल नेटवर्किंग के युग में लोगों की मनोदशा पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। उनमें तनाव, अवसाद, चिंता, अनिद्रा इत्यादि की समस्या बढ़ रही है। मेन्टल हेल्थ सर्वे 2023 के अनुसार 35 से 44 वर्ष के वयस्कों में मानसिक रोगों का प्रतिशत वर्ष 2019 में जहां 31% था वहीं 2023 में ये 45% हो गया है। वर्ष 2008 से वर्ष 2023 के बीच मानसिक रोगियों की संख्या में लगभग तीन से चार गुनी वृद्धि हुई है।
डॉ. चौधरी के मुताबिक उपरोक्त प्रस्ताव सन् 2021 में MD कोर्स प्रारम्भ किए जाने के लिए 20 बेड युक्त मानसिक रोग, जनरल वार्ड एवं 10 बेड युक्त नशामुक्ति वार्ड का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। प्रधानाचार्य डॉ. संजय काला के प्रयास के बाद 23 जनवरी 2024 को शासन द्वारा उक्त प्रस्ताव को स्वीकृत करते हुए रुपये 21.17 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। प्रथम किस्त के रूप में 5.29 लाख रुपये जारी कर दिए गए है।
बाईट। डॉ धनंजय चौधरी, एचओडी मानसिक रोग विभाग मेडिकल कॉलेज