विषय- *जिन आठ सांसदों ने बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के साथ धोखा किया हैं उन्हें बुंदेली माफ़ नहीं करेंगे*।
हर माह दिए जाने बाले ज्ञापन के क्रम मैं प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिला अधिकारी के माध्यम से भेंट करने के उपरांत 3 साल के भीतर राज्य बनवा देने का वादा करके, बादे से मुकरने बाली सरकार के 8 सांसदों के पुतले फूंके।
*महोबा हमीरपुर तिंदवारी के भाजपा सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चन्देल को छोड़ कर आठ अन्य सांसद क्रमशः भानू वर्मा, अनुराग शर्मा, विष्णु दत्त शर्मा, वीरेंद्र खटीक, प्रहलाद पटेल, राज बहादुर सिंह, आर के पटेल एवं श्रीमती संध्या राय ने बुंदेलखंड राज्य निर्माण के साथ छलावा किया हैं उन्हें बुंदेलखंड के लोग माफ़ नहीं करेंगे*।
चुनाव दर चुनाव बुंदेलखंड के जनप्रतिनिधियों द्वारा बूंदेलियो की भावनाओं से खिलवाड़ किया गया हैं। चुनाव के समय ये सच्चे बूंदेली का मुखौटा लगाकर बुन्देलखण्ड के हितैषी दिखाई देते हैं, पर चुनाव के बाद इनका बुन्देलखण्ड विरोधी, असली चेहरा सामने आता है जो राज्य निर्माण का विरोधी हो जाता है।
कार्यकाल पूरा होने तक इन आठों ने लोकसभा के भीतर एक बार भी राज्य निर्माण की मांग नहीं उठाई।
*बुन्देलखण्ड के महोबा हमीरपुर से चुने गए भाजपा के सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने बुन्देलखण्ड की मांग जब संसद में जोरदार तरीके से उठा रहे थे तो इन आठों सांसदों में से किसी ने भी मेज थपथपा कर समर्थन करने का भी प्रयास नहीं किया, इससे इन्होंने अपना बुन्देलखण्ड विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है*।
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने इन आठों सांसदों का (अगर इनका टिकट नहीं बदला जाता है तो इनका) चुनाव में सीधा विरोध करने का निर्णय लिया हैं जिसके तहत
“इच्छा हैं राजाराम सरकार की बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण की, बुंदेलखंड तो लेंगे लेंगे, जैसे दोगे वैसे लेंगे एवं राज्य निर्माण का विरोध नहीं सहेंगे नहीं सकेंगे के जोरदार नारे लगाते हुए इन आठों सांसदों के मुखौटे लगाकर पुतला फूंका गया।
पुतला फूंके जाते समय भानू सहाय, एडवोकेट अशोक सक्सैना, रघुराज शर्मा, वरूण अग्रवाल, हमीदा अंजुम, जिलाध्यक्ष अनिल कश्यप, हनीफ खान, प्रदीप नाथ झा, कुंअर बहादुर आदिम, अनुराग मिश्रा, गोलू ठाकुर, नरेश वर्मा, प्रदीप गुर्जर, प्रभूदयाल कुशवाहा, राम गुप्ता, सईदा बेगम, विनोद पुरी (शेरू) आदि उपस्थित रहे।
भानू सहाय अध्यक्ष
बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा
9415588500