लावारिस शवों को सासम्मान कन्धादान अभियान
कानपुर देहात में लावारिस शवों का ससम्मान कन्धादान का आयोजन किया गया। इस अभियान की प्रमुखता यह रही की आये हुए सभी गणमान्य लोगों ने लावारिस शव को कन्धादान किया । कन्धादान में शामिल हुए गणमान्य जनों ने अपने शहर में अमन चैन व शांति के साथ दिवंगतों के परिजनों की आत्मा शांति हेतु चलाए जा रहे अभियान ” ना कोई लावारिस पैदा हुआ है और ना ही कोई लावारिस मरेगा” इस मुहिम में बढ़कर हिस्सा लिया ।समिति के सचिव धनीराम पैंथर जी द्वारा अभी तक इस इंसानियत को जिंदा रखने वाले मुहिम में 15500 लावारिस शवों व 2750 कोविड ग्रसित शवों का भी अंतिम संस्कार कराया जा चुका है। कन्धादान अभियान में एक शव को फूल मालाओं से लाद कर कानपुर देहात के पोस्टमार्टम हाउस से जैसे ही बाहर फूलों की वर्षा हुई निकाला तो राहगीर टकटकी लगाते हुए देखकर रुक गए और जानकारी लेने की यह किस महान मानव की अर्थी है। वहां से गुजरने वाले सभी लोग भाव विभूत हुए ।सभी ने मानववादी मुहिम को सराहना की । आये हुए लोगों ने शव को आखिरी गंतव्य तक पहुंचाया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जितेन्द्र सिंह गुड्डन (चेयरमैन अकबरपुर), शेखू खान, सत्येन्द्र पाल (एडवोकेट जिला पंचायत सदस्य), दिलीप शंकर दिवाकर (प्रधान), रामू प्रधान, अजय फौजी, शिवपाल फौजी,अवधेश आजाद, ओम कठेरिया, सी पी सिंह भारतीय,आर बी गौतम, बृजमोहन फौजी, बदलू दिवाकर,रामबाबू कठेरिया, सरदार सतनाम सिंह ,बबलू संखवार,राम अवतार पाल,टन्नी नेता, धर्म प्रकाश गौतम, सुनील अंबेडकर, राजकुमार गौतम,तारबाबू, बृजेश गौतम, रोहित,दिनेश कुमार कोटेदार,इम्तियाज अली,छोटेलाल बौद्ध, आर्यन, शिशुपाल, ज्योति शिखा, मधु राजपूत सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे!