कानपुर। राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला पहलवानों द्वारा यौन शोषण के खिलाफ भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर किये गए प्रदर्शन की आग अभी ठंडी नही पड़ी थी कि कानपुर में भी इसी तरह का एक बेहद चौक देने वाला मामला सामने आया है। जिसने सभी के होश उड़ा दिए है। दरअसल ग्वालटोली के परमट इलाके में रहने वाली एक नाबालिक छात्रा जिसका बचपन से ही बॉक्सिंग के क्षेत्र में रहकर देश का नाम रोशन करने की चाह थी। लेकिन मध्यमवर्गीय होने की वजह से उसे काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था ऐसे में सीएम योजना के स्पोर्ट्स कोटे के तहत करीब 1 साल पहले स्वरूप नगर स्थित टीएसएच इंस्टिट्यूट में दाखिला मिल गया लेकिन किशोरी आरोप है कि, कोच दिवाकर राजपूत कोचिंग देने के बहाने उसके साथ अश्लील हरकत करता है। यही नहीं जब किशोरी ने इसका विरोध किया तो कोर्ट ने उसे धमकाते हुए कहा कि जैसा मैं कहता हूं वैसा करो नहीं तो तुम्हारा मुक्केबाजी के प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी और तुम्हारा कैरियर बर्बाद हो जाएगा घबराई छात्रा ने इस घटना की शिकायत अपने परिजनों और शिक्षकों से की लेकिन दबंग कोच को किसी का भी डर नही है। ऐसे में किशोरी ने कानपुर पुलिस को जाकर लिखित शिकायत की लेकिन यहां पर भी उसे निराशा ही हाथ लगी दरअसल 4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई बात जब मीडिया तक पहुंची तो पुलिस के आला अधिकारी हरकत में आए और उन्होंने पहले तो मामले की जानकारी से ही इनकार कर दिया लेकिन पीड़िता की तहरीर के आधार पर कार्रवाई करने की बात कह रही है।
बाईट— पीड़ित बॉक्सिंग खिलाड़ी
बाईट—अशोक सिंह, स्टाफ़ ऑफिसर