*दिनांक 15-06-2023*
आज मण्डलायुक्त, कानपुर लोकेश एम0 द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पी0एच0सी0), रनिया, कानपुर देहात का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय जिलाधिकारी, कानपुर देहात एवं मुख्य चिकित्साधिकारी, कानपुर देहात उपस्थित रहे।
निरीक्षण के अवलोकन के बिन्दु एवं दिये गये निर्देश इस प्रकार हैः-
1- सर्वप्रथम आयुक्त ने प्रवेश द्वार पर स्थित हेल्प डेस्क का विजिट किया। पूछने पर वार्ड ब्वॉय द्वारा बताया गया कि सुबह से अब तक कुल 39 मरीज आये हैं।
2- ओ0पी0डी0 के निरीक्षण के समय डॉक्टर सिद्धार्थ से पूछने पर उनके बताया गया कि ओ0पी0डी0 में फंगल इन्फेक्शन, कॉमन कोल्ड, फीवर के ज्यादातर मरीज आते हैं और सुबह से अब तक कुल 7 मरीजों को देखा गया है। इस दौरान अस्पताल में उपलब्ध एंटीबायोटिक दवाओं की उपलब्धता के बारे मे पूछने पर वे आयुक्त को सही जानकारी नहीं दे सके।
3- तदोपरान्त आयुक्त ने शीत श्रृंखला, टेली मेडिसिन कक्ष, जननी सुरक्षा कक्ष एवं दवा वितरण कक्ष को देखा। दवा वितरण कक्ष में पाया कि यहां 4 एंटीबायोटिक के साथ ही कोल्ड, इन्फैक्शन इत्यादि से सम्बन्धित दवाएं उपलब्ध थी। परन्तु इन्हें सुव्यवस्थित रूप से नहीं रखा गया था।
निर्देशित किया गया कि सभी दवाओं को क्रमानुसार सुव्यवस्थित रखें तथा दवाओं की प्रतिदिन की उपलब्धता के विवरण से डाक्टर को भी अवगत करायें और इसे हर कक्ष में चार्ट के रूप में अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करें।
4- इमरजेन्सी रूम के निरीक्षण के समय आयुक्त ने समस्त आवश्यक उपकरणों यथा- इमरजेन्सी ट्रे, ड्रैसिंग बाक्स, लाइफ सेविंग इन्जैक्शन्स, एक्जामिनेशन टेबिल, डस्टबिन एवं स्टैण्ड को देखा और उनकी की पर्याप्त उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। इमरजेन्सी प्रभारी द्वारा बताया गया कि अस्पताल में स्नैक बाइट इन्जैक्शन तो उपलब्ध हैं, परन्तु डॉग बाइट के इन्जेक्शन उपलब्ध नहीं हैं। यहां उपलब्ध इमरजेन्सी ट्रे और निडिल, सीजर्स इत्यादि को उचित प्रकार से नहीं रखा जा रहा था और इसके उपयोग से किसी को भी इन्फैक्शन हो सकता है। एस0ओ0पी0 का पालन नहीं किया जा रहा था।
इसके लिए आयुक्त ने चिकित्सा अधीक्षक को एस0ओ0पी0 का पालन कराते हुए अस्पताल में कलर इन्डीकेशन, मैकिनटोश, लाइट्स, स्टैण्डिंग ट्रै इत्यादि लगाने के साथ ही पर्याप्त संख्या में मेडिकल उपकरणों एवं लाइफ सेविंग इन्जैक्शन एवं ड्रग्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
5- पैथोलॉजी लैब के निरीक्षण के दौरान लैब असिस्टेंट डा0 अमित सोनकर द्वारा बताया गया कि आज कुल 6 टेस्ट हुये हैं। टेस्टिंग प्रक्रिया एवं उपलब्ध आवश्यक उपकरणों के सम्बन्ध में जानकारी करने पर लैब असिस्टेंट द्वारा सही जानकारी नही दी जा सकी।
इस पर आयुक्त ने मुख्य चिकित्साधिकारी को अस्पताल के सभी डॉक्टर, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन और स्टाफ की ट्रेनिंग कराने को कहा।
6- आयुक्त ने मुख्य चिकित्साधिकारी को जिला अस्पताल के साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड की सुविधा को प्राथमिकता देने और आने वाले मरीजों अथवा उनके तीमारदारों से आयुष्मान कार्ड के बारे में अवश्यक रूप से पूछने को कहा।
7- अंत में आयुक्त ने मुख्य चिकित्साधिकारी को अस्पताल में स्टैण्डर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर (एस0ओ0पी0) फॉलों कराते हुए आगामी 10 दिनों में मानक के अनुसार सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराते हुए इस अस्पताल को मॉडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए।
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