उन्नाव:-नोडल अधिकारी, उन्नाव दीपक कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न टीम-9 की बैठक में उपायुक्त उद्योग को निर्देशित किया गया है कि उद्यमियों की आवश्यकताओं का निरंतर अनुश्रवण करते हुए किसी भी समस्या का तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाये, ताकि जनपद में स्थानीय स्तर पर ही पर्याप्त आॅक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके तथा किसी भी जरूरतमद को अनावश्यक प्रतीक्षा न करनी पड़ी।
वर्तमान में सम्पूर्ण देश कोविड-19 की दूसरी लहर से प्रभावित है तथा विशेष रूप से आक्सीजन आपूर्ति की आवश्यकता को इस लहर के दौरान महसूस किया गया है। साथ ही तृतीय लहर आने की सम्भावना बनी हुयी है। इस विषम स्थिति से निपटने हेतु प्रदेश सरकार ने विशेष रूप से नीति जारी करते हुए उद्यमियों को विभिन्न उपादान उपलब्ध कराते हुए आक्सीजन प्लाण्ट लगाने हेतु प्रेरित किया है, ताकि स्थानीय आक्सीजन आपूर्ति की समस्याओं को तत्काल हल किया जा सके। साथ ही जरूरतमद व्यक्ति को तत्काल आक्सीजन आपूर्ति प्राप्त भी हो सके। प्रदेश सरकार द्वारा जारी पाॅलिसी में आक्सीजन प्लाण्ट लगाने हेतु इच्छुक उद्यमियों को पूंजीगत उपादान के अंतर्गत मध्यांचल क्षेत्र हेतु 20 प्रतिशत धनराशि तीन समान वार्षिक किश्तों में तथा 75 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी प्रतिपूर्ति दिया जाना प्रावधानित है।जनपद-उन्नाव में भी दो उद्यमियों क्रमशः प्रभात शुक्ला व एहसान उल्लाह द्वारा आक्सीजन प्लाण्ट स्थापित करने की इच्छा व्यक्त करते हुए आवश्यक कार्यवाही आरम्भ कर दी गयी है। प्रभात शुक्ला, मुर्तजानगर दही-चैकी, उन्नाव तथा एहसाल उल्लाह, एल0टी0पी0 बन्थर, उन्नाव में आक्सीजन प्लाण्ट लगायेगें। उक्त दोनों उद्यमियों को आक्सीजन प्लाण्ट्स मैन्यूफैक्चर की सूची इस अनुरोध के साथ उपलब्ध करायी गयी है कि वे अपनी क्षमता व स्पेसीफिकेशन के अनुसार वांछित आॅक्सीजन प्लाण्ट का चयन कर सके। साथ ही उद्यमियों को अवगत कराया गया है कि प्लाण्ट स्थापना करने की प्रक्रिया के दौरान प्रदूषण, विद्युत पाॅवर, भूजल/बोरवेल, औषधि प्रशासन, अग्निशमन, सक्षम भूमि प्राधिकारी की अनापत्ति के साथ-साथ अनुमोदित नक्शा भी होना चाहिए।
2021-05-18