स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट में दूसरे दिन भी नहीं हुई कार्यवाही, प्रशासक मौन

चकरनगर इटावा।विकास खंड के एक गांव में एक दिन पूर्व कोरोना संक्रमित के घर जांच करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर न सिर्फ ग्रामीणों ने हमला किया बल्कि उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया।कोविड-19 की भयावह स्थिति में जान बचाने वाली टीम पर निंदनीय कृत करने वालों के खिलाफ दूसरे दिन भी समाचार लिखे जाने तक कोई कार्यवाही न होना अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।सहसों थाना के गांव सिंडौस निवासी दिलीप कुमार कोरोना जांच में पॉजिटिव पाए गए थे। जिसके चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राजपुर से स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार को उक्त गांव में संक्रमित युवक के घर कोरोना की जांच करने पहुंची थी। कोरोना जांच के नाम से बौखलाए ग्रामीणों ने उक्त टीम पर न सिर्फ हमला किया बल्कि लाठी डंडों से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। लेकिन बावजूद इसके भी कोरोना संक्रमित जैसी बीमारी में जान बचाने के लिए गई टीम पर हमला होना अपने आप में एक बड़ा सवाल है। इसके उपरांत भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उक्त मामले में एफआईआर दर्ज कराने के बजाय मामले को दबाने का प्रयास करना उससे भी ज्यादा निंदनीय है। बताते चलें कि उक्त टीम में स्वास्थ्य कर्मी ऋषि कपूर व संजीव कुमार दो लोग घायल हुए थे, वकाया की टीम भागकर जान बचाने में सफल रही थी। इस संबंध में जब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अधीक्षक डॉ उदय प्रताप से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह बुधवार को घटना के समय मुख्यालय पर मीटिंग में थे। जब वह सीएचसी की तरफ लौट रहे थे, तो उनके नाना की मौत हो गई थी। जिसके चलते वह कार्यवाही नहीं कर पाये। उन्होंने आगे बताया कि एसडीएम से बात हो गई है, कार्यवाही के लिए लिखित शिकायत भेज रहा हूं।

-अभी तक कोई तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने पर आरोपितों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी।
-गंगादास गौतम, थानाध्यक्ष सहसों।

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