क्रासर 1- थानाध्यक्ष सुधीर सिंह राठौर स्वयं स्टाफ को रोज सुबह और शाम पिलाते है काढ़ा
क्रासर 2- पिछले दो सप्ताह में थाने का एक भी सिपाही नहीं हुआ कोरोना संक्रमित
एरवाकटरा,औरैया। जहाँ एक ओर आम जनमानस कोरोना को लेकर भयभीत है और जरा सा सर्दी जुकाम होने पर डॉक्टरों के यहाँ लाइन लगाए हुए है और जरूरत न होते हुए भी कई गुना कीमत देकर भी ऑक्सीजन और जरूरी इंजेक्शनों और दबाइयो का भंडार करने के लिए मारामारी कर रहा है।लोग कोरोना बीमारी के नाम से कितना भयभीत है कि उनके इसी भय का फायदा उठाकर कई मौकापरस्त लोग जनता को महामारी का डर दिखाकर लूटने में लगे है।
करीब तीन सप्ताह पूर्व ऐरवा कटरा थाने के मुंशी सहित चार सिपाही कोरोना संक्रमित पाए गए थे और इसके बाद स्टाफ के एसआई आदि भी संक्रमित हो गए।जिससे ऐरवा कटरा थाने में दहशत का माहौल हो गया और स्टाफ के लोग एक दूसरे से दूरी बनाते दिखे।आधे से अधिक स्टाफ कोरोना संक्रमित हो जाने से ऐरवा कटरा थानाध्यक्ष के सामने सकुशल पंचायत चुनाव सम्पन्न कराने की चुनौती खड़ी हो गयी थी।इसके बाद ऐरवा कटरा थानाध्यक्ष सुधीर सिंह ने कोरोना से अपने स्टाफ को बचाने के लिए देशी आयुर्वेदिक काढ़े को सुरक्षाकबच के रूप में अपनाया और करीब तीन सप्ताह से थानाध्यक्ष सुधीर सिंह रोज पाँच बजे थाने के स्टाफ को जगाते है और थाने ग्राउंड में योगाभ्यास कराते है।इसके बाद चाय की जगह पुलिस स्टाफ को अनिवार्य रूप से एक गिलास भरकर देशी काढ़ा पीना होता है।
यही कारण है कि पिछले तीन सप्ताह में हजारों लोगों के संपर्क में आने के बाबजूद भी ऐरवा कटरा थाने का एक भी स्टाफ कोरोना महामारी की चपेट में नहीं आया और न ही स्टाफ का कोई सिपाही कोरोना महामारी को लेकर भयभीत है।ऐरवा कटरा थाने का प्रत्येक सिपाही बतौर कोरोना योद्धा अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहा है। जिसका पूरा श्रेय ऐरवा कटरा थानाध्यक्ष सुधीर सिंह को जाता है। ऐरवा कटरा थानाध्यक्ष सुधीर सिंह बताते है कि थाने की मेस में प्रतिदिन सुबह व शाम को बनने बाले काढ़े में लौंग,अजवाइन,कालीमिर्च,सौंफ,दालचीनी,जायफल,तेजपत्ता,आमाहल्दी,सोंठ आदि का मिश्रण रहता है।जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।यही कारण है कि काढ़ा उनके थाने के सिपाहियों के लिए रक्षा कबच का काम कर रहा है और पूरा स्टाफ इस भयानक महामारी के दौर में भी सुरक्षित है।