माननीय मुख्यमंत्री, उ0प्र0 ने सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालय में समय पर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करने और जनता की शिकायतों को प्रभावी ढं़ग से निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में शासन द्वारा सभी विभागों को समय-समय पर विस्तृत आदेश भी जारी किए गये हैं।
जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए आज प्रात 10ः00 बजे जल संस्थान (जलकल विभाग), नगर निगम, कानपुर का “औचक निरीक्षण” किया गया। बाद में श्री नीरज गौड़, महाप्रबन्धक, जलकल, नगर निगम, कानपुर एवं श्री के0पी0 आनन्द, सचिव, जलकल उपस्थित हुए।
निरीक्षण की टिप्पणियों और दिए गए निर्देशों के महत्वपूर्ण तथ्य हैंः-
1- सर्वप्रथम परिसर में स्थापित कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय मात्र 01 कर्मचारी श्री ओम प्रकाश, बेलदार ही उपस्थित मिला। उपस्थित पंजिका में दर्ज 04 कर्मचारियों के बारे में पूछने पर अवगत कराया गया कि इन कर्मचारियों की ड्यूटी शिफ्ट वाइज लगती है। इस कन्ट्रोल रूम में जन सामान्य द्वारा प्राप्त टेलिफोनिक शिकायतों और उनकी समस्याओं को पंजिका में दर्ज कर उनके त्वरित निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को प्रेषित किया जाता है। इन शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता की जांच हेतु दिनांक 18-04-2022 को प्राप्त 6 शिकायतों में से 2 शिकायतों को रैंडम आधार पर उनके शिकायतकार्ताओं से मोबाइल पर बात कर निस्तारण की गुणवत्ता का “क्रॉस चेक” किया गया, जिनमें शिकायतकर्ताओं द्वारा अवगत कराया गया कि उनकी शिकायत का निराकरण अभी तक नहीं कराया गया है।
इस सम्बन्ध में शिकायत पंजिका के अवलोकन करने पर पाया गया कि अभी तक जो भी शिकायतें दर्ज की गयी है, उनके निस्तारण के सम्बन्ध में पंजिका में कोई भी टिप्पणी अंकित नहीं की गयी है, जिससे यह स्पष्ट नहीं होता है कि किस शिकायत का निराकरण हो चुका है और कौन सी शिकायत निराकरण हेतु लम्बित है। यह स्थिति अत्यंत असंतोषजनक है और शिथिल कार्यप्रणाली का द्योतक है।
महाप्रबंधक जलकल को निर्देशित किया गया कि उपरोक्त के लिए उत्तरदायी अवर अभियंताओं को प्रतिकूल प्रविष्टि व सम्बन्धित अधिशाषी अभियंता को लिखित चेतावनी दी जाए और उन्हें निर्दिष्ट किया जाए कि वह जनता की शिकायतों का दैनिक रूप से त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें तथा निस्तारण की गुणवत्ता और पेंडेंसी की दैनिक समीक्षा सम्बन्धित अधिशाषी अभियंता द्वारा सुनिश्चित की जाए।
2- उक्त के अतिरिक्त आई0जी0आर0एस0 पोर्टल प्राप्त सन्दर्भों/शिकायतों के सम्बन्ध में कोई भी सन्दर्भ डिफाल्टर होना नहीं बताया गया। आई0जी0आर0एस0 पर प्राप्त शिकायत सन्दर्भ संख्या- 40016422016756 के शिकायत कर्ता श्री आनन्द रस्तोगी के दूरभाष पर वार्ता कर शिकायत के किये गये निस्तारण के सम्बन्ध में जानकारी करने पर बताया गया कि उनकी सीवर से सम्बन्धित शिकायत का निराकरण अभी तक नहीं किया गया है परन्तु उसका निस्तारण पोर्टल पर दर्शा दिया गया है। यह स्थिति अत्यन्न खेदजनक है तथा इस पर कड़़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि उपरोक्त के लिए उत्तरदायी अवर अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाए तथा भविष्य में आई0जी0आर0एस0 पर प्राप्त सन्दर्भों/शिकायतों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
3- निरीक्षण के समय कन्ट्रोल रूम पर समस्त सफाई कर्मचारियों एवं चपरासियों की उपस्थिति की जांच की गयी। पाया गया कि कुल 38 कर्मचारियों के सापेक्ष 4 कर्मचारी डयूटी अनुपस्थित पाये गये। उक्त के अतिरिक्त श्री एस0के0 गुप्ता अधिशाषी अभियंता जोन-4, श्रीमती पूनम गुप्ता, अवर अभियंता तथा श्री सुशील मौर्या अवर अभियंता भी बिना किसी सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित पाये गये।
4- यह भी पाया गया कि सम्बन्धित पर्यवेक्षणीय अधिकारी (जो उपरोक्त कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार हैं) के द्वारा विगत कई महीनों से उपस्थिति पंजिका को “देखा (सीन)“ या “चेक“ नहीं किया गया है। निर्देशित किया गया कि उपस्थिति पंजिका को दैनिक रूप से नोडल अधिकारी द्वारा सीन कर टिप्पणी के साथ हस्ताक्षर किये जाए।
5- इन सभी अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकने के साथ ही महाप्रबन्धक, जलकल को सभी अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने और अगले 3 दिनों में उनका स्पष्टीकरण प्राप्त करने तथा उनके अनुसार उचित प्रशासनिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये।
6- निरीक्षण के दौरान पाया गया कि क्षेत्र में काम करने या नियमित निरीक्षण करने वाले अधिकारियों के लिए कोई “मूवमेंट रजिस्टर“ नहीं रखा गया है।
इस पर महाप्रबन्धक, जलकल को यह सुनिश्चित करनेे के लिए कहा कि इस हेतु एक उचित “मूवमेंट रजिस्टर “बनाए रखा जाए और सभी सम्बंधित अधिकारी, जो फ़ील्ड विज़िट पर जा रहे है, उसमें विवरण दर्ज कर सकेंगे ताकि अधिकारी और कर्मचारी स्थिति का दुरुपयोग न कर सके।
7- गर्मी के मौसम के दृष्टिगत पेयजल व सीवर से संबंधित शिकायतें अधिक संख्या में प्राप्त हो रही हैं। इन समस्याओं के निराकरण हेतु महाप्रबंधक जलकल को क्विक रिस्पांस टीम (फत्ज्) स्थापित करने हेतु विगत निरीक्षण में निर्देशित किया गया था, परन्तु उक्त टीम का गठन यदि अभी तक नहीं किया गया हो, तो तत्काल टीम गठित कर अगले 3 दिनों में इसके अनुसार क्रियान्वयन करने के लिये एक योजना प्रस्तुत करने और कारवाई प्रारम्भ करने को कहा। उक्त टीम 24 घंटे उपलब्ध होगी, जिसमें अधिकारी, कर्मचारी समेत अन्य आवश्यक उपकरण आदि उपलब्ध होंगे।
8- यह भी देखा गया है कि कार्यालय में कोविड प्रोटोकॉल का ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है। कई कर्मचारी मास्क नहीं पहने हुए थे और ब्व्टप्क् के सम्बंधित निर्देशों का उल्लंघन कर रहे थे। महाप्रबन्धक, जलकल को इस पर गौर कर सुधारात्मक उपाय करने के निर्देश दिये गये।