आज के समय में सड़क हादसे लगातार बढ़ते जा रहे है,,,,गलत ड्राइविंग की वजह से लोग खुद अपने हाथ पैर तुड़वा बैठते है,,तो वंही अन्य राहगीरों को भी इससे दो चार होना पड़ता है,,,,,कानपुर जिला अस्पताल के एमरजेंसी विभाग में रोजाना हाथ पैरो में फ्रेक्चर के मरीज रोजाना पहुँच रहे है,,,हालाँकि अन्य सरकारी अस्पतालों में भी इसकी व्यवस्था है,,,लेकिन बेहतर इलाज और डॉक्टर्स के मिलनसार व्यौहार के कारण ऐसे मरीजों की पहली पसंद उर्सला बनता जा रहा है,,,,
डॉ राजेश बाजपेई ने बताया की एक्सीडेंट तो अब बहुत नार्मल बात हो गयी है,,,एक्सीडेंट के मरीज ज्यादातर यही पर आते है,,,,उनका कहना था की जिला अस्पताल में आर्थोपैडिक वार्ड ज्यादा बड़े है,,और हैलट से ज्यादा सर्जरी उर्सला में होती है,,,डॉ बाजपेई ने कहा की वाहन चलाते लोग चाहते है की जल्दी से जल्दी अपने गंतव्य तक पहुँच जाय,,यही वजह एक्सीडेंट का कारण बनती है,,,,ऐसे आने वाले मरीजों की जांच की जाती है,,,अगर फ्रैक्चर होता है,,,तो पहले उसके दर्द का निवारण करने के बाद सर्जरी की प्रक्रिया अपनाई जाती है,,,|
बाईट – डॉ राजेश बाजपेई, सर्जन
2022-04-27