भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बीच शारीरिक दूरी और मास्क पहनने के साथ हाथ धुलने की आदत बेहद आवश्यक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूएस सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन जैसे संस्थान कहते हैं कि कोरोना महामारी रोकने के लिए दिन में पांच या उससे ज्यादा बार हाथ जरूर धोना चाहिए। पर क्या दुनियाभर के लोग इस नियम का पालन रहे हैं? गैलेप के हालिया सर्वे रिपोर्ट में कोरोना से संबंधित ऐसे ही कई सवालों का जवाब जानने की कोशिश की गई है। कोरोना महामारी में आप दिन में कितनी बार धो रहे हैं हाथ? जानें, भारत समेत पूरी दुनिया का हाल कोरोना महामारी में आप दिन में कितनी बार धो रहे हैं हाथ? जानें, भारत समेत पूरी दुनिया का हाल विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूएस सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन जैसे संस्थान कहते हैं कि कोरोना महामारी रोकने के लिए दिन में पांच या उससे ज्यादा बार हाथ जरूर धोना चाहिए। पर क्या दुनिया भर के लोग इस नियम का पालन कर रहे हैं?…नई दिल्ली, जेएनएन। भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बीच शारीरिक दूरी और मास्क पहनने के साथ हाथ धुलने की आदत बेहद आवश्यक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूएस सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन जैसे संस्थान कहते हैं कि कोरोना महामारी रोकने के लिए दिन में पांच या उससे ज्यादा बार हाथ जरूर धोना चाहिए। पर क्या दुनियाभर के लोग इस नियम का पालन कर रहे हैं? गैलेप के हालिया सर्वे रिपोर्ट में कोरोना से संबंधित ऐसे ही कई सवालों का जवाब जानने की कोशिश की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 118 देशों में हुए सर्वे में शामिल 58 फीसद लोगों ने कहा कि वे दिन में पांच या इससे ज्यादा बार साबुन और पानी से हाथ धोते हैं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं। वहीं 2 फीसद वयस्कों ने कहा कि उन्होंने पिछले दिन एक बार भी हाथ नहीं धोया है। इसका अर्थ है कि दुनिया के 8.6 करोड़ लोग हाथ ही नहीं धो रहे हैं।
ज्यादा सफाई रखने वाले देश के लोग
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादा बार हाथ धोने के मामले में दुनिया में डेनमार्क और नार्वे के लोग सबसे आगे हैं। इन देशों में 94 प्रतिशत लोग दिन में पांच या इससे ज्यादा बार हाथ धुलते हैं। वहीं इसके बाद माल्टा, नार्थ मैसेडोनिया, सर्बिया, क्रोशिया, मोंटेग्रो, पुर्तगाल, हंगरी और स्लोवेनिया जैसे देश शामिल हैं।