पुलिस के हाथ एक और सुराग, लाखों की है शुभम की लखनऊ वाली कोठी
Mon, 25 Apr 2022
कानपुर की सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के 11 लाकर से चार करोड़ रुपये के जेवर चोरी होने के मामले में पुलिस के हाथ नए सुराग लगे हैं। जांच में पता चला है कि जब-जब बैंक के लाकर तोड़े गए, उस दिन लाकर इंचार्ज शुभम मालवीय और लाकर कंपनी के कर्मचारी चंद्रपाल की लोकेशन स्वरूप नगर में पाई गई। पुलिस जब इस लोकेशन पर पहुंची तो आसपास ज्वैलर्स की कई दुकानें मिलीं। ऐसे में इस बात का शक गहरा गया है कि चोरी हुए जेवरों की एक बड़ी खेप यहां किसी ज्वैलर को बेची गई है। क्राइम ब्रांच अब इस खेल में शामिल खिलाड़ी सर्राफ की भी तलाश में जुट गई है।
डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि लाकर इंचार्ज शुभम मालवीय और लाकर कंपनी के कर्मचारी चंद्रपाल की छह महीनों की काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकलवाई गई थी। यह तो पहले ही पता चल चुका था कि शुभम 9 दिसंबर को जब आखिरी बार लाकर तोड़े गए थे, उस दिन रात को स्वरूपनगर में था। मगर, सीडीआर ने स्थिति बिल्कुल स्पष्ट कर दी है। सामने आया है कि सितंबर में दो और दिसंबर में एक बार जब निष्प्रयो ज्य लाकर तोड़े गए, उस दिन दोनों की लोकेशन स्वरूप नगर में थी।
खास बात यह है कि इसके अलावा छह महीने में कभी भी दोनों इस क्षेत्र में नहीं आए। लोकेशन के आधार पर पुलिस वहां पहुंची तो उस क्षेत्र में कई ज्वैलरी की दुकानें मिलीं। पुलिस को पुख्ता यकीन है कि जेवरात इनमें से ही किसी सर्राफ को बेचे गए हैं। तकनीक का प्रयोग करके क्राइम ब्रांच मोबाइल लोकेशन को और अधिक पुख्ता करने की कोशिश कर रही है ताकि आरोपित सर्राफ तक पहुंचा जा सके।
शुभम की लखनऊ वाली कोठी की कीमत 70 लाख : लखनऊ के पाश इलाके गोमती नगर स्थित माधवग्रीन टाउनशिप में लाकर इंचार्ज शुभम मालवीय आलीशान कोठी बनवा रहा था। पुलिस ने इस कोठी का मूल्यांकन कराया तो बाजार मूल्य 70 लाख रुपये आंका गया। गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद पुलिस अब इस कोठी को कुर्क करने की तैयारी में है।
आरोपितों के नार्को टेस्ट की भी तैयारी :
पुलिस सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के मैनेजर रामप्रसाद, लाकर इंचार्ज शुभम मालवीय और लाकर कंपनी के कर्मचारी चंद्रपाल को दोबारा रिमांड पर लेगी। इसके लिए अदालत में सोमवार को अर्जी दाखिल करेगी। वहीं, दूसरी ओर पुलिस इस मामले में आरोपितों का नार्को टेस्ट कराने की तैयारी में है। पुलिस को शक है कि अब तक पूछताछ में तीनों अभियुक्त घटनाक्रम से जुड़े कई सवाल छिपा रहे हैं