रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से बनाया जा रहा अस्थायी कोविड अस्पताल बनारस घराने के ख्यात शास्त्रीय गायक पद्मभूषण पं. राजन मिश्र को समर्पित किया गया है। कोरोना संक्रमित पं. राजन मिश्र की 25 अप्रैल को नई दिल्ली में इलाज के दौरान निधन हो गया था। बीएचयू के एंफीथिएटर ग्राउंड में 750 बेड के अस्थायी अस्पताल का निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया है। अब 250 बेड के आइसीयू वार्ड का शनिवार से ट्रायल रन शुरू होगा जो 48 घंटे चलेगा। 10 मई को औपचारिक उद्घाटन के बाद यहां लेवल-टू व थ्री के कोविड मरीज भर्ती किए जाने लगेंगे। अस्पताल शुरू होने से बेड संकट दूर होगा, वहीं निजी काेविड अस्पतालों की मनमानी पर लगाम लगेगी।
एंफीथिएटर ग्राउंड में 750 बेड का यह अस्थायी कोविड अस्पताल 16 दिन में चौबीसों घंटों की मेहनत के बाद तैयार हुआ है। इसमें 250-250 बेड के तीन पंडाल बनाए गए हैं। सबसे पहले 250 बेड का आईसीयू वार्ड तैयार किया गया। इसमें लगे चिकित्सीय उपकरणों का ट्रायल रन शनिवार को शुरू होगा। वहीं शेष दोनों पंडालों को एचएफएनसी, बाईपेप, आक्सीजन कंसेन्ट्रेटर तथा आक्सीजन सप्लाई लाइन की सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। दोपहर बाद लिक्विड आक्सीजन अस्थाई हास्पिटल पहुंचा, जिसके बाद देर शाम तक प्लांट में लिक्विड आक्सीजन को भरा जाता रहा। लिए जाएंगे पड़ोसी जिलों के भी रेफर केस
डीएम कौशलराज शर्मा के मुताबिक अस्थायी कोविड अस्पताल में अन्य अस्पतालों के रेफरल केस और गंभीर मरीजों को लिया जाएगा। इसमें सीधे तौर पर मरीजों की भर्ती नहीं होगी, यदि बेड खाली रहते हैं तो बाद में इस विकल्प पर भी विचार किया जाएगा। इसके अलावा यह भी संभव है कि आस-पास के जिलों से भी रेफर मरीज यहां लिए जाएंगे। बताया 250 बेड के आइसीयू के अलावा 250-250 के दो अलग-अलग वार्ड में आक्सीजन के बेड हैं। हालांकि उन पर भी एचएफएनसी और बाईपेप का इंतजाम आपातकाल के लिए 50-50 की संख्या में रहेगा। आ गई आक्सीजन, आए डाक्टर
अस्थायी अस्पताल की लगभग सारी व्यवस्था पूरी हो चुकी है। नर्सिंग स्टाफ व लैब टेक्नीशियन की भर्ती प्रक्रिया मुकम्मल हो चुकी है। अस्पताल प्लांट के लिए दोपहर में दुर्गापुर लिक्विड आक्सीजन आ गई तो सेना के 20 डाक्टर भी दोपहर में बनारस आ गए। उन्हें शहर के ही एक तारांकित होटल में ठहराया गया है। इसके अलावा स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से 100 डाक्टरों, लगभग तीन सौ नर्स व टेक्नीशियन की भर्ती की गई है। सीटी स्केन समेत रेडियोलाजी व पैथालाजी जांच के लिए निजी केंद्रों से भी अनुबंध किया जा रहा है