देवी मंदिरों में हुई माता के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा-अर्चना
Sat, 02 Apr 2022
कानपुर देहात में नवरात्र के प्रथम दिन मां की विधिवत पूजा अर्चना के लिए देवी मंदिरों में भक्तों की लंबी लाइनें लगी। अकबरपुर, रूरा, पुखरायां, मूसानगर, शिवली, रसूलाबाद, झींझक, सिकंदरा, डेरापुर, सरवनखेड़ा सहित जिले के अन्य स्थानों पर स्थित मंदिरों में भक्तों ने विधिवत मां का श्रृंगार कर पूजा अर्चना की और आरती उतारने के साथ माथा टेककर खुशहाली मांगी। वहीं घर-घर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कलश स्थापना की।
अकबरपुर के कालिका देवी मंदिर, काली माता मंदिर, रूरा में पाथामाई मंदिर, पुखरायां में मौहर माता मंदिर, मूसानगर में मां मुक्तेश्वरी देवी मंदिर, कथरी की कात्यायनी देवी मंदिर, रसूलाबाद के धर्मगढ़ बाबा मंदिर, शिवली, सरगांव बुज़ुर्ग, गजनेर, नबीपुर, पातेपुर, रनियां, मैथा, मुंगीसापुर, मंगलपुर, राजपुर आदि कस्बों के देवी मंदिरों में नवरात्र पर पूजा-अर्चना के लिए महिला व पुरुष भक्तों की भारी उमड़ी रही। भक्तों ने मातारानी का आकर्षक चुनरी आदि से श्रृंगार कर विधि-विधान से पूजा की साथ ही कच्चे नारियल व अन्य फलों आदि का भोग लगा आरती उतारी। इस अवसर पर बजे रहे मातारानी के भजनों पर भक्त झूमते नजर आए। वहीं सुबह से ही घरों में देवी मां की पूजा-अर्चना को लेकर कलश स्थापना शंख व घड़ियाल के बीच होने लगी। जवारे भी बोए गए। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंदिरों के रास्तों व आसपास महिला पुलिस बल सक्रिय रहा। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंदिरों के रास्तों व आसपास महिला पुलिस बल सक्रिय रहा। पाथामाई मन्दिर के पुजारी आशीष शुक्ला ने बताया कि सुबह करीब 08:30 बजे तक कलश स्थापना मुहूर्त के चलते भक्तों की भीड़ सुबह से ही शुरू हो गई थी सभी ने आराम से मां शैलपुत्री का पूजन विधिविधान से किया