कानपुर। शादी के नाम पर भोली भाली युवतियों को अपने जाल में फंसाकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय गैंग का क्राइम ब्रांच ने खुलासा कर दिया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने गैंग के एक अभियुक्त को दबोचकर गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में दबिश दे रही है।क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़े गए अभियुक्त की पहचान बरेली निवासी मो.साजिद के रूप में हुई है। अभियुक्त लंबे समय से लड़कियों को झांसा देकर ठगी करने का धन्धा कर रहा था। उसने अपने अन्य साथियों की मदद से आधार कार्ड में अपना पता जयपुर राजस्थान निवासी करवा लिया था।शादी के नाम पर ठगी करने का पूरा मामला तब खुला जब थाना नवाबगंज की रहने वाली एक महिला फार्माशिस्ट ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत थाने में की। मामला क्राइम ब्रांच के पास पहुंचा तब पूरे गैंग की सच्चाई सामने आई।पकड़े गए अभियुक्त मो साजिद ने शादी डॉट कॉम पर अलग अलग नाम पर आईडी बना रखी थी। किसी आई डी मे उसने खुद को किसी कम्पनी का सीईओ, एनआरआई या फिर कोई सरकारी अधिकारी बताकर नाम रजिस्टर कर रखा था। जो भी युवती उसकी प्रोफाइल देखकर झांसे में आ जाती उसको वो फंसा लेता। फिर उसको बताता की मैं विदेश में था और शादी करने आ रहा था लेकिन वीजा कन्फर्म नहीं हो पा रहा थोड़े पैसे भेज दो, फिर टिकट के नाम पर, मेरे पास विदेशी रुपया है जिसको कन्वर्ट कराने या अन्य बहाने बनाकर युवतियों से ठगी करता था।
क्राइम ब्रांच द्वारा की गई अबतक की जांच में पता चला कि उसने अलग अलग आईडी से करीब 50 से अधिक ट्रांजेक्शन किये गए हैं। इससे पता चलता है कि अलग अलग राज्यों की कई लड़कियों को फंसा कर ठग चुका है। क्राइम ब्रांच की टीम शिकार लड़कियों के बारे में जांच कर रही और गैंग के अन्य अभियुक्तों के बारे में पता कर रही है। टीम ने मो साजिद के चार बैंक अकाउंट में जमा चार लाख रुपये फ्रीज करा दिये हैं। उसने कुक आई डी में अपना नाम डॉ प्रशांत मणि भी लिख रखा था।गिरफ्तार करने वाली टीम में उ.नि. यतीश कुमार (स्वाट), हे. का. राहुल पांडेय(सर्विलांस सेल), हे. का. शमशाद अली(सर्विलांस सेल), हे. का.अब्दुल सलीम(स्वाट), का. मुकेश कुमार शुक्ल(साइबर सेल), हे. का.जय किशोर शामिल रहे।
2022-01-10