कानपुर के बिठूर में हादसा, खोदाई से आश्रम की दीवार ढही, राजमिस्त्री की मौत पर हंगामा
Tue, 28 Dec 2021
कानपुर में बिठूर थाना क्षेत्र के ध्रुव नगर कलवारी घाट के पास नींव खोदाई के दौरान बगल के आश्रम की दीवार ढह गई। जिससे नींव भराई का काम कर रहे 42 वर्षीय राजमिस्त्री की मलबे में दबकर मौत हो गई। स्वजन मौके पर पहुंचे और मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया। चार घंटे की मानमनौव्वल के बाद सरकारी आर्थिक मदद दिलाने के आश्वासन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पुराना बिठूर ध्रुव नगर कलवारी घाट पर सुरेन्द्र तिवारी का तीन वर्ग गज का प्लाट है। प्लाट पर मुनीम मुकेश गौड़ काम करवा रहा था। मैनावती नगर निवासी राजेन्द्र कठेरिया शाम पांच बजे नींव भरने का काम कर रहे थे। वहीं मशीन से मिट्टी के टीले की खोदाई चल रही थी। मशीन की धमक के चलते प्लाट के बगल में स्थित मुक्तिबोध आश्रम की पुरानी दीवार भरभराकर ढह गई। दीवार के मलबे में राजेंद्र दब गया। साथी मजदूर शोर सुनकर उसे बचाने के लिए दौड़े और उसे निकालने के प्रयास शुरू किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। जब तक साथी मजदूरों ने मलबा हटाया तब तक राजेंद्र की सांसे थम चुकी थी। साथियों से घटना की जानकारी मिलने पर छोटा भाई विक्की कठेरिया, जीतू, मृतक की पत्नी बबली पांच बेटियों मुस्कान, पायल, अंश, सिमरन, छोटी और दो बेटे राज और कन्हैया घटनास्थल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच मौके का फायदा उठाकर ठेकेदार खोदाई मशीन लेकर मौके से भाग निकला। स्वजन मुआवजे की मांग को लेकर अड़े रहे। करीब चार घंटे तक स्वजन ने शव नहीं उठने दिया। बवाल की आशंका के चलते क्षेत्रीय विधायक अभिजीत ङ्क्षसह सांगा, एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला और तहसीलदार ने आक्रोशित स्वजन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन स्वजन मांग पर अड़े रहे। सरकारी आर्थिक मदद के आश्वासन पर रात नौ बजे शव कब्जे में लिया गया। एसीपी कल्याणपुर ने बताया कि स्वजन की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
प्रतिबंधित क्षेत्र में हो रही थी खोदाई: ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह प्लाट पर निर्माण कार्य चल रहा है। वह गंगा के किनारे स्थित है। वहां किसी भी तरीके से खोदाई और निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता। नियमानुसार गंगा के किनारे दो सौ मीटर तक किसी भी तरह का निर्माण कार्य प्रतिबंधित है। इसके बावजूद पुरातत्व विभाग और स्थानीय पुलिस को निर्माण कार्य नहीं दिखा।