रूरा में राष्ट्रपति बोले- फ्री वैक्सीन देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद, बच्चों को मास्क जरूर लगाएं
Fri, 25 Jun 2021
कानपुर के लिए दिल्ली से चलकर झींझक स्टेशन के बाद प्रेसीडेंशियल ट्रेन रूरा रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां पर पहले से मौजूद लोगों ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति ने कानपुर देहात को अपना घर बताते हुए रूरा के आरओबी का निर्माण जल्द कराने को कहा। उन्होंने अपील कि कोरोना की तीसरी लहर आ रही है, ऐसे में बच्चे मास्क जरूर लगाएं। साथ ही फ्री वैक्सीन देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए सभी लाेगों से वैक्सीनेशन कराने की अपील की।
रूरा स्टेशन पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने कहा कानपुर देहात मेरा घर है और रूरा न मेरे लिये नया है न आपके लिए। कैसा संयोग है कि मैं रूरा स्टेशन जब आता था तो पूरा स्टेशन का इस्तेमाल कम होता था। मैं जनता हूं कि यहां लोग जाम में फंसते थे, इसलिए रूरा आरओबी जल्द बने और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन जल्द इसे कराएं। चार साल में मेरा आना नहीं हुआ, फिर संयोग बना। रेलमंत्री ने कहा कि 5-6 वर्ष में रेलवे ने प्रगति की है, इसलिए रेल मार्ग से जाएं। फ्रेड कॉरिडोर देखा, अच्छा लगा, इसका महत्व क्या है तो व्यापारी समझते हैं। मैं चाहूंगा कि रेल यात्रियों को सुविधा हो, मैंन ट्रेन के ठहराव में मदद की थी पर कोरोना के कारण बंद हो गई। अब इन रुकी ट्रेन को चलवाया जाए, सांसद आपके प्रयास में रहते हैं।
उन्होंने कहा, बहुत समय से आज की प्रतीक्षा की थी, कानपुर देहात मेरा घर है। माध्यमिक शिक्षा फिर आगे पढ़ाई के बाद वकालत से राज्यसभा सदस्य, राज्यपाल और फिर राष्ट्रपति बना। इस बात की प्रसन्नता है कि ग्रामीण परिवेश से आया। उन्होंने कहा कि इंतजार था कि घर कब आऊं, राष्ट्रपति भवन पहुंचा तो यहां की जनता के आशीर्वाद से पहुंचा। यूपी से प्रधानमंत्री बनते थे पर अब यहां से राष्ट्रपति बने तो आपके लिए राष्ट्रपति भवन का दरवाजा खुल गया है।
फ्री वैक्सीन देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद
उन्होंने कहा कि महामारी में अपनों को खोया जिनको हम जानते नहीं, वह भी मेरे अपने ही है। आपसे सभी से अपील है कि कोरोना की तीसरी लहर आ रही है, बच्चों को मास्क जरूर लगाएं। सभी लोग वैक्सीन जरूर लगाएं। प्रधानमंत्री को धन्यवाद है कि देश के लिए फ्री वैक्सीन दी है। जिलाधिकारी से निवेदन है कि कैंप लगाकर वैक्सीन लगवाएं। भ्रम की स्थिति थी, जो दूर हो गई है, जान है तो जहान है।
उन्होंने कहा, लोग बोले कि एक घंटे के लिए आ जाइये पर आपको लगता है कि आसान है। इतना खर्च जो आता है कि वो जो टैक्स आप देते हैं उससे। इसलिए इतना सोचना पड़ा। यहां चार बार आने से अच्छा है कि उतना खर्च यहां विकास में लग जाए तो बेहद खुशी होगी। यहां चार विधानसभा क्षेत्र हैं, इस बात का संतोष है कि आज दो में आना पूरा हुआ और 27 जून को दो और पूरी हो जाएंगी, इससे मुझे संतोष है।
स्वार्थ अब ज्यादा हो गया है…
उन्होंने कहा नागरिक आप और मैं भी हूं, बस संविधान ने मुझे पहला नागरिक कह दिया। लेकिन हमारे अधिकार व कर्तव्य समान है। कहते हैं कि पुरानी पीढ़ी अधिक सुखी थी, जबकि अब ज्यादा सुविधा है। तो ऐसा क्यों कि अब लोग सुखी नहीं। वसुधैव कुटुम्बकम की भावना की कमी से यह हो रहा। स्वार्थ अब ज्यादा हो गया है, मानवीय मूल्यों में कमी आ रही। जब लोग मुझे प्रबुद्ध कहते हैं तो खुशी होती है कि कानपुर देहात के लोग भी प्रबुद्ध हो गए हैं। यूनिवर्सिटी का मैं विज़िटर हूं, वहां जाओ तो लोग प्रबुद्ध कहते हैं तो समझ जाता हूं कि मेरे कानपुर देहात के लोग भी उसमें शामिल हैं।