राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की सुरक्षा चार स्तरीय होगी। सुरक्षा में 100 स्नाइपर्स और 80 स्पेशल कमांडो के अलावा दस जनपदों की पुलिस फोर्स और आरपीएफ व जीआरपी तैनात रहेगी। बुधवार को सुरक्षा संबंधी तैयारियों का अफसरों ने जायजा लिया और कहां किसकी ड्यूटी रहेगी, इसका निर्धारण भी किया। वहीं सेंट्रल रेलवे स्टेशन, सर्किट हाउस के अलावा अब एयरपोर्ट पर भी कमांड सेंटर बनाने का फैसला किया गया है।
राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए जो मैप तैयार किया गया है। उसमें बाहरी घेरा पुलिस, पीएसी, जीआरपी और आरपीएफ का होगा, जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस होंगे। इस सुरक्षा घेेरे को आउटर कार्डन कहा जाता है। आउटर कार्डन से आगे, लेकिन कार्यक्रम स्थल से बाहर एक और सुरक्ष दस्ता तैनात होगा, इसे इनर कार्डन कहा जाता है। इस दस्ते में तैनात सुरक्षा कर्मचारी छोटे हथियार जैसे पिस्टल आदि अपने साथ रखते हैं। इसके बाद कार्यक्रम स्थल के अंदर तीसरा सुरक्षा चक्र रहेगा, जो कि बिना वर्दी के होता है।कुछ के पास छोटे हथियार होते हैं। यह सुरक्षा मुख्यालय के जवान होते हैं, जिनका काम केवल उन्हीं लोगों को अंदर प्रवेश देना है, जिनके पास अनुमति है। इस विंग के साथ खुफिया दस्ते के लोग भी रहेंगे, जो कि अंदर बाहर टोह लेते रहेंगे। राष्ट्रपति के सबसे करीब जो सुरक्षा दस्ता रहेगा वह राष्ट्रपति सुरक्षा गार्ड के जवान होंगे। इस सुरक्षा चक्र को आइसोलेशन कार्डन कहा जाता है। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति की सुरक्षा में 100 स्नाइसर्प और 80 स्पेशल कमांडो जवान तैनात रहेंगे।