जहाँ एक तरफ मुख्यमंत्री योगी जी बोल रहे है कि अपराधी प्रदेश छोड़ दे,वही उन्ही पार्टी के नेता नारायण सिंह भदौरिया पुलिस से कहते है अपराधी को छोड़ दे।
5 हजार के इनामी बीजेपी नेता नारायण सिंह भदौरिया का अजीबो गरीब बयान।
बौखलाए नारायण सिंह भदौरिया ने अपने बयान में पुलिस से आई कार्ड मागने की बात कही है।
जब कि नौबस्ता पुलिस की जीप व वर्दी पहने लोगो को देख के भी नही समझ पाए कि पुलिस है या कोई और ?
बड़ा सवाल ये है कि आखिर अभी भी नारायण भदौरिया को शिर्फ़ जिला मंत्री पद से हटाया गया,पार्टी से नही ?
देखने वाली बात ये होगी क्या कानपुर पुलिस नारायण सिंह भदौरिया की गिरफ्तारी कर पाती है ?
क्या पैसे पावर और बड़े नेताओं के संरक्षण के चलते पुलिस को अपने पाव पीछे घसीटने पड़ेंगे ?