सड़क दुर्घटनाओं में अंकुश लगाने के लिए आई.आर.ए.डी (इन्टीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस) एप केंद्र सरकार की नई कवायद
कानपुर देहात :- इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (आईआरएडी) ऐप मे ऐक्सिडेंट फीडिंग मे मंडल मे कानपुर देहात दूसरे स्थान पर है। आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने नई कवायद शुरू की है।भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एन आई सी के साथ मिलकर एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस तैयार करने के लिए एक विकसित किया है। आई रेड ऐप में जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं का विवरण दर्ज किया जाएगा।इसका अध्ययन आईआईटी मद्रास के विशेषज्ञ करेंगे। इस एप्लीकेशन के द्वारा पुलिस सड़क दुर्घटनाओं को ऑन स्पॉट दर्ज कर रही है।
👉 15 मार्च 2021 से जनपद में लागू है आई.आर.ए.डी (इन्टीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस)ऐप
जनपद में पुलिस विभाग के समस्त थानाध्यक्ष एवं दो–दो एस.आई को दो बार पुलिस लाइन कानपुर देहात में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी हितेंद्र शंकर पाण्डेय के दिशा निर्देशन में रोल आउट मैनेजर देवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है तथा परिवहन विभाग से ए.आर.टी.ओ,आर.आई तथा अन्य कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है |
हालांकि पंचायत चुनाव में व्यस्त होने के कारण पुलिस को अप्रैल माह में समय नहीं मिला था।उसके बाद मतगणना और फिर कोरोना वायरस ने जनपद में पैर पसार लिए।इस कारण ऐप मे हादसों की एंट्री शुरू होते ही धीमी पड़ गई थी।मतगणना समाप्त होने के बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर सभी थानों के थानाध्यक्ष, उपनिरीक्षक व कंप्यूटर आपरेटर की 11 व 12 मई को 4 स्लॉट मे गूगल मीट के माध्यम से ऐप मे ऐक्सिडेंट फीडिंग की ट्रेनिंग रोलआउट मैनेजर देवेन्द्र प्रताप सिंह के द्वारा दी गई। इस प्रोजेक्ट की गंभीरता को देखते हुए नोडल अधिकारी क्षेत्राधिकारी यातायात कानपुर देहात अरुण कुमार सिंह ने सभी थानों के थानाध्यक्ष/थाना प्रभारी को आदेशित किया कि 15 मार्च के बाद आपके थाना क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटनाओं का ब्यौरा तुरंत संबंधित उपनिरीक्षक से भरवाये तथा भविष्य मे कोई भी ऐक्सिडेंट होने पर संबंधित उपनिरीक्षक मौके पर सड़क दुर्घटना का ब्यावरा ऐप पर दर्ज करें।
कानपुर देहात मंडल मे दूसरे स्थान पर जनपद में पुलिस विभाग व एन आई सी के साझा प्रयास से अब तक जनपद में 15 मार्च के बाद हुई 100 सड़क दुर्घटनाओं में से 63 सड़क दुर्घटनाओं का ब्यावरा ऐप पर दर्ज किया जा चुका है।जिसमे क्षेत्राधिकारी यातायात कानपुर देहात अरुण कुमार सिंह, हितेंद्र शंकर पांडे डीआईओ एनआईसी, देवेंद्र प्रताप सिंह रोल आउट मैनेजर एनआईसी, हरिचंद्र यातायात कार्यालय कानपुर देहात, सभी थानों के थानाध्यक्ष, उप निरीक्षक व कंप्यूटर ऑपरेटर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
कहां कितनी फीडिंग
जिला फीडिंग
कानपुर देहात 63
कानपुर नगर 62
इटावा 94
औरैया 02
कन्नौज 46
फर्रुखाबाद 04
ऐसे काम करेगी व्यवस्था
जनपद के डीआईओ एनआईसी हितेंद्र शंकर पांडे व रोलआउट मैनेजर देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचने वाले पुलिसकर्मी को एप पर हादसे से जुड़ी जानकारी जैसे हादसे की तारीख, हादसे का स्थान, दुर्घटना का संभावित कारण, दुर्घटना में घायलों की संख्या और फोटो अपलोड करना होगा। शेष जानकारी संबंधित उपनिरीक्षक बाद में भर सकते हैं।जानकारी अपलोड होते ही पूरा विवरण स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग एवं राष्ट्रीय राजमार्ग पी डब्ल्यू का पीडब्ल्यूडी के पास पहुंच जाएगा। फिर वह अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे इस ऐप में संबंधित विभागों का पूर्व में उपलब्ध डाटा बेस जैसे वाहन रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस, सीसीटीएनएस, राजमार्ग डेटाबेस को इंटीग्रेटेड किया गया है।