कानपुर
राज्य कर विभाग ने लिया फैसला, पान मसाला फैक्ट्रियों के बाहर तैनात किए अधिकारी
कानपुर के राज्य कर विभाग ने पान मसाला कारोबार में कर अपवंचना रोकने के लिए हर फैक्ट्री और गोदाम के बाहर सहायक आयुक्त और राज्य कर अधिकारियों को तैनात कर दिया है।अधिकारियों को ये भी निर्देश दिया गया है कि कोई भी गाड़ी बिना ई-वे बिल चेक किए न जाने पाए। अधिकारियों द्वारा 24 घंटे की निगरानी की जा रही है।
अधिकारियों को चेतावनी भी दी गई है कि बाहर जिस पान मसाला की गाड़ी चेकिंग में बिना ई-वे बिल के मिली तो उस फैक्ट्री या गोदाम पर तैनात अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।आदेश होने के बाद ही अधिकारी अपने कार और सुरक्षा कर्मचारी के साथ फैक्ट्री और गोदाम के गेट के बाहर लगातार खड़े हो गए हैं। राज्य कर विभाग का मुख्यालय मान रहा है कि शहर में पान मसाला कारोबार में बहुत ज्यादा कर अपवंचना हो रही है। पान मसाला लदी गाड़ियां बिना ई-वे बिल के निकाल दी जाती हैं।
राज्य कर विभाग के सिस्टम में चढ़ नहीं पाता कि कितना पान मसाला फैक्ट्री या गोदाम से ही निकाला गया। लगातार बैठकों में पान मसाला को लेकर दिए जा रहे निर्देशों को देखते हुए अपर आयुक्त शशांक शेखर मिश्रा और अपर आयुक्त ग्रेड दो संजय कुमार पाठक ने 11 सहायक आयुक्त और 17 राज्य कर अधिकारियों को पान मसाला फैक्ट्रियों और गोदाम के गेट पर संयुक्त रूप से तैनात कर दिया गया।पान मसाला फैक्ट्रियों की यह निगरानी 24 घंटे रहेगी। ड्यूटी को कितनी कड़ाई से लागू करना है, इसका अंदाजा जारी आदेश से भी लग रहा है। आदेश में साफ कहा गया है कि ड्यूटी छोड़ने के बाद अधिकारी अपने संयुक्त आयुक्त को फोन पर पूरा विवरण बताएंगे। ड्यूटी के दौरान वे लगातार बाडी वार्न कैमरे का प्रयोग करेंगे।और इसके साथ ही कोई वाहन पकड़ा गया तो इसकी सूचना भी तुरंत संयुक्त आयुक्त को देकर जल्द से जल्द पूर्ण कार्यवाही करेंगे। हालांकि इसमें यह भी कहा गया है कि व्यापारियों का इस प्रक्रिया में उत्पीड़न बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। आदेश के जारी होने के साथ ही टीमें 24 घंटे के लिए लगातार लग गई हैं।