#कानपुर
*मेरठ में सरकारी विभाग में कार्यरत लिपिक ने अपने सहकर्मी पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का लगाया आरोप, प्रेस वार्ता कर दी जानकारी*
संयुक्त आयुक्त कार्यालय खाद्य मेरठ कार्यालय में तैनात लिपिक आशीष दूबे अपने सहकर्मी पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालने का आरोप लगाते हुए आज कानपुर प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई जिसमें उन्होने अपने सहकर्मी पर गंभीर आरोपों के साथ मानसिक प्रताड़ना देने जैसे आरोप भी लगाए है । इसके साथ ही उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों पर भी आरोप लगाते हुए बताया कि उनके द्वारा किए जा रहे नियम विरुद्ध कार्यों जैसे कि कंप्यूटर ऑपरेटरों की भर्ती और खाद्य माफियाओं के सांठ गांठ का भी उन्होंने विरोध किया जिस कारण उनके साथ गलत व्यवहार और नियम विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है । उन्होंने बिन्दुसार अपनी समस्याओं और नियम विरुद्ध कार्यवाही का उल्लेख करते हुए अनेकों उच्च अधिकारियों की चौखट खटखटाई लेकिन कहीं भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई जिस कारण आज परेशान हो कर वह यह प्रेस वार्ता करने को बाध्य है ।
जिलाधिकारी कार्यालय मेरठ में भी उनके खिलाफ गलत और झूठे सबूत पेश कर उनकी छवि खराब करने का काम किया गया । पीड़ित लिपिक को मिलने वाले सेवा लाभों से भी उन्हें वचिंत किया जा चुका है । आगे बात करते हुए उन्होंने बताया कि आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अधिकारी सत्यदेव द्वारा लिपिक
आशीष दूबे की वार्षिक चरित्र प्रविष्टियों को भी खराब किया गया और उन्हें नियमानुसार किसी भी माध्यम से प्राप्त न कराते हुए पत्रावलियों में रक्षित करा दिया गया जबकि नियम के मुताबिक यदि किसी कर्मचारी को खराब वार्षिक प्रविष्टि दी जाती है तो वह उस कर्मचारी को रीसीव कराना अत्यन्त आवश्यक है।