एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स द्वारा ‘रैशनल एंटीबायोटिक सप्ताह’ के अवसर पर एक वर्कशॉप का आयोजन

 

 

कानपुर एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स द्वारा ‘रैशनल एंटीबायोटिक सप्ताह’ के अवसर पर एक वर्कशॉप का आयोजन शहर के एक होटल में किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. यशवंत राव और डॉ. अमितेश यादव द्वारा किया गया। प्रमुख वक्ताओं के रूप में डॉ. सुनील तनेजा और डॉ. विवेक सक्सेना ने भाग लिया। इस वर्कशॉप में डॉक्टरों को यह प्रशिक्षण दिया गया कि कब और कैसे एंटीबायोटिक्स का सही उपयोग करना चाहिए, बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाई जा सकती है, और समाज को एंटीबायोटिक्स के दुरुपयोग से कैसे बचाया जा सकता है।कार्यक्रम में डॉ. अनुराग भारती, डॉ. प्रदीप मट्टू, डॉ. वी. के. टंडन, डॉ. सुभाष बाजपेई, डॉ. योगेश टंडन, डॉ. प्रभात तिवारी, डॉ. वैभव भल्ला, डॉ. एम. एच. पांडेय, डॉ. ललिता अरोड़ा सहित कुल 37 डॉक्टरों ने भाग लिया।’ रैशनल एंटीबायोटिक अवेयरनेस वीक’ के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 37 बाल रोग विशेषज्ञों ने ‘रैशनल एंटीबायोटिक उपयोग’ की शपथ ली कि वे केवल जरूरत पड़ने पर ही एंटीबायोटिक्स का उपयोग करेंगे और समाज को जागरूक करेंगे ताकि एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस से लोगों को बचाया जा सके।इस अवसर पर रामा मेडिकल कॉलेज, मंधाना में भी एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एमबीबीएस छात्रों और नर्सिंग स्टाफ के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें डॉ. राज तिलक, डॉ. वी. के. टंडन, और डॉ. वाई. के. राव ने एंटीबायोटिक के सही उपयोग के बारे में जानकारी दी, लोगों के सवालों के उत्तर दिए, और आईएपी के राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘रैशनल यूज़ ऑफ एंटीबायोटिक्स’ को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

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