तलबा अपने जीवन को इल्म का अमली नमूना बनाएं, दौराने सफर एहतियात बरतें
मदरसा जामे उल उलूम जामा मस्जिद पटकापुर में छःमाही परीक्षा पूरी होने के अवसर पर इस्लाही जलसे का आयोजन
कानपुर – देश की प्रसिद्ध दीनी दरसगाह मदरसा जामे उलूम जामा मस्जिद पटकापुर में जारी शैक्षिक सत्र के दौरान छःमाही परीक्षा पूरी होने के अवसर पर मोहतमिम मोहीउद्दीन खुसरू ताज की हिदायत पर तलबा के लिये इस्लाही जलसे का आयोजन हुआ। जिसमें मदरसे के शेखुल हदीस मौलाना मुहम्मद सईद क़ासमी ने तलबा को घर जाते हुए यात्रा के दौरान एहतियात बरतने, सब्र से काम लेने, घरों पर जाकर भी नमाज़ों की पाबन्दी, तिलावते कुरआन और अपने सबक़ को दोहराते रहने का एहतमाम करने, अपने मां-बाप, रिश्तेदारों, बड़ों की खिदमत करके दुआएं हासिल करने और झूठ से बचने की नसीहत करते हुए कहा कि तलबा अपने जीवन को इल्म का अमली नमूना बनाएं।
इससे पहले जलसे का आगाज़ा तिलावते कुरआन पाक से हुआ। मदरसे के तालिबे इल्म ने नात व मनक़बत का नज़राना ए अक़ीदत पेश किया। मुफ्ती मुहम्मद माज़ क़ासमी ने संचालन के कर्तव्यों को पूरा किया। इस अवसर पर मुफ्ती मुहम्मद मसरूफ क़ासमी, मुफ्ती मोइनुद्दीन क़ासमी, मुफ्ती अब्दुर्रशीद क़ासमी, मौलाना मुहम्मद अरशद का़समी व अन्य उस्ताज़ एवं तलबा मौजूद थे।