जुलूसे मोहम्मदी सललल्लाहो अलैहि वसल्लम
शहर क़ाज़ी कानपुर मौलाना मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही
कानपुर, शहर काजी कानपुर मौलाना मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही साहब ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर शहर से उठने वाले जुलूस ए मोहम्मदी एवं जश्ने चिराग के संबंध में जरुरी दिशा निर्देश बताते हुए दारुल क़ाज़ी दारूल उलूम अशर्फिया अहसनुल मदारिस जदीद रजबी रोड़ कानपुर से गाइडलाइन जारी की, जिसमें पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नाम से उनके यौमे पैदाइश पर उठने वाले जुलूस ए मोहम्मदी को अदब और एहतराम का खास ख्याल रखते हुए निकालने की गुजारिश की गई और नसीहत की गई कि बड़ी अकी़दतो मुहब्बत हुस्नों अख्लाक का आला नमूना पेश करते हुए जुलूस में शामिल हो । सभी अंजुमनों एवं जुलूस में शामिल होने वाले लोगों को निम्न दिशा निर्देश जारी किए गए। जुलूस ए मोहम्मदी में ज्यादा से ज्यादा तादाद में शामिल हो जुलूस की अजमत को बरकरार रखते हुए अदब और एहतराम से चले ।जुलूस में शामिल होने वाले लोग खुशबू लगाएं साफ कपड़े पहने सरो पर अमामा बंधे या टोपी लगाकर अदब से चले ।ज्यादा से ज्यादा दरूद शरीफ पढ़े कुरान पाक की तिलावत करें नात शरीफ पढ़ें म्यूजिक वाली नात से बचें बेहतर तरीका है खुद दुरुद ओ सलाम पढ़ें और लोगों को भी पढ़ने के लिए कहे । जुलूस में आगे पीछे को लेकर बहस न करें बल्कि नम्बर से शामिल हो जो पहले आए आगे चले जो बाद में वह पीछे किसी तरह की अपरा तफरी ना हो । डीजे का इस्तेमाल हरगिज़ न करें बल्कि साउंड लगाकर खुद नातें पढ़ें और अपने बच्चों को भी पढ़ने का मौका दें ताकि आगे चलकर बच्चे नात शरीफ अच्छे अंदाज से पढ़ सके।नंबर10 जश्ने चिराग के दिन ज्यादा से ज्यादा सजावट करें अपने घर गली मोहल्ले को सजाए मिलाद की महफिल मनाएं जलसे लंगर करें कुरान खानी करें नात शरीफ की महफिल करें ।इस मौके पर मुख्य रूप से शहर काजी कानपुर मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही कारी मोहम्मद सगीर आलम हबीबी नायब शहर काजी कानपुर महबूब आलम खान महामंत्री कुल हिंद जमीअतुल आवाम सरताज भैया मोहम्मद लाइक अत्तरी आरजू अत्तरी नूर आलम अत्तरी मोहम्मद रिजवान अत्तरी मोहम्मद नदीम अत्तरी अफरान अत्तरी आदि मौजूद है!