हजारों मरहूमीन व मरहूमात के नाम लेकर ईसाले सवाब और दुआए मगफिरत की गयी
बेटियों की इज्जत की हिफाजत के लिए हुकूमत ए हिंद सख्त से सख्त कानून बनाए (मौलाना मोहम्मद हाशिम अशरफी)
कानपुर , हजारों मर्हूमीन व मरहूमात के नाम लेकर बड़े पैमाने पर कुरान ख्वानी,दरूद ख्वानी,कलमा शरीफ की महफ़िल का एहतिमाम मदरसा अल जामिअतुल इस्लामिया अशरफुल मदारिस गद्दियाना में किया गया जिस में मरहूमीन व मरहूमात को ईसाले सवाब करके दुआए मगफिरत की गयी आल इन्ड्या गरीब नवाज़ काउन्सिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मो. हाशिम अशरफ़ी संस्थापक मदरसा अशरफुल मदारिस गद्दियाना जिस नम आँखों से दुआए मगफिरत कर रहे थे पूरा मजमा आब्दीदा हो कर बुलन्द आवाज़ से आमीन कह रहा था उन्होंने दुआ करते हुआ कहा कि या अल्लाह मर्हूमीन व मरहूमात को जन्नत मे आला मकाम आता फरमा,या अल्लाह व मरहूमात की क़ब्रों को जन्नत के बागों में से एक बाग़ बना,या अल्लाह मोमनीन व मोमिनात की मगफिरत फरमा,क़ुर्बे ख़ास में जगह अता फरमा इस से पूर्व मौलाना अशरफी ने बयान करते हुआ कहा कि मौत दुनिया की सब से बड़ी सच्चाई है मौलाना अशरफी ने हाज़रीन से अपील करते हुए कहा कि अपने अपने मर्हूमीन व मरहूमात के लिए खूब खूब ईसाले सवाब करते रहें इस लिए कि मरनेवाले घर वालों के तोहफे का इन्तिज़ार करते हैं और उन के लिए सब से बेहतर तोहफा ईसाले सवाब है मौलाना अशरफी ने बंगाल में 31 वर्षीय डॉक्टर के बलात्कार और फिर उसके कत्ल किए जाने को बहुत ही शर्मनाक बताते हुए कहा कि अफसोस है कि भारत की बेटियां महफूज नहीं है घर से लेकर गाड़ियों तक गुड़िया से लेकर बुढ़िया तक ट्रेन से लेकर फ्लाइट तक डॉक्टर से लेकर मरीज तक कोई भी सुरक्षित नहीं है इसकी रोकथाम के लिए हम हुकूमत ए हिंद से पुर ज़ोर मुतालबा करते हैं की बेटियों की इज्जत की हिफाजत के लिए हुकूमत ए हिंद सख्त से सख्त कानून बनाए मौलाना सय्यद कासिम बरकाती,कारी मोहम्मद आज़ाद अशरफी ने भी विचार व्यक्त किए | इस से पूर्व कुरान पाक की तिलावत से महफ़िल का आगाज़ हाफिज मिन्हाजुद्दीन कादरी ने किया | हाजी सय्यद खुर्शीद आलम मिम्बर कौंसिल,जमील खैराबादी,दिलशाद कानपुरी,मोहम्मद हसन शिबली अशरफ़ी कारी मोहम्मद अहमद अशरफी,हाफिज मुश्ताक अशरफी ने नातें पढ़ीं संचालन मौलाना महमूद हस्सान अख्तर अलीमी ने किया | सलातो सलाम के बाद हजारों मरहूमीन व मरहूमात के नाम लेकर उनकी मगफिरत और भारत समेत पूरी दुनिया में अमन व शान्ति के लिए दुआएं की गयीं इस अवसर पर प्रमुख रूप से डॉ मोहम्मद इस्लाम , हाजी अखलाक चिश्ती,हाशिम अली रिजवी, हाफिज अब्दुल रहीम बहराइची, हाजी सईद अहमद, मोहम्मद शहजाद, कारी फैसल अलीमी , इंजीनियर रियाज अहमद, एम एम खान वारसी, अकील हसन ऊर्फ बववन, शाने आलम, मोहम्मद इदरीस,इरफान अहमद आदि उपस्थित थे