*साइबर क्राइम ब्रांच अपडेट कमिश्नरेट कानपुर नगर*
*दिनांक-14.08.2024*
*केस्को के गेटवे में छेड़छाड़ करके करीब 01 करोड़ 68 लाख रुपये की साइबर ठगी की घटना में 91 लाख 22 हजार रुपये आज केस्को को वापस मिले*
श्रीमान् पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट कानपुर नगर के निर्देशन में तथा पुलिस उपायुक्त अपराध के नेतृत्व में एवं अपर पुलिस उपायुक्त अपराध के पर्यवेक्षण में सहायक पुलिस आयुक्त साइबर अपराध की पुलिस टीम की कुशलता एवं तत्परतापूर्वक की गयी कार्यवाही से केस्को कानपुर नगर के खातें में करीब 91 लाख 22 हजार रूपये मा० न्यायालय के माध्यम से वापस कराये गये।
▪️दिनांक-27.07.2023 को मु0अ0सं0-207/2023 अन्तर्गत धारा-406/419/420 भादवि व 66 (डी) आईटी एक्ट थाना कोतवाली कमिश्नरेट कानपुर नगर में पंजीकृत किया गया था। जिसमें आइसीआइसीआइ बैंक के रीजनल हेड श्री राजीव रंजन द्वारा सूचना दी गयी थी कि केस्को की वेबसाइट पर उसके ग्राहकों द्वारा विद्युत बिल पर किये गये बिल पेमेन्ट एवं रिचार्ज में से माह जून से जुलाई 2023 के मध्य करीब 01 करोड़ 68 लाख रुपये साइबर ठगों द्वारा अपने खाते में पेमेंट गेटवे के यूआरएल में बदलाव करके पैसे ट्रांसफर कर लिये गये।
▪️केस्को के उपभोक्ता अपने बिजली के बिलों का भुगतान आइसीआइसीआइ बैंक के गेटवे के माध्यम से आनलाइन करते हैं। भुगतान के बाद आइसीआइसीआइ बैंक केस्को के खाते में धनराशि भेजता है करीब 1905 उपभोक्ता द्वारा जमा किया गया करीब 1.68 करोड़ रुपये केस्को को नहीं मिला। आइसीआइसीआइ बैंक के गेटवे में छेड़छाड़ करके दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए गए। जानकारी में आया कि बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने भुगतान तो किया था लेकिन धनराशि बैंक में ट्रांसफर नहीं हुयी थी। पता चला कि गेटवे में छेड़छाड़ कर दूसरे खाते में करीब 1.68 करोड़ रुपये का भुगतान कर लिया गया था। साइबर क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच में एक-एक तार को जोड़ते हुए ठगी के पूरे नेटवर्क को तोड़ते हुए पूरे मामले का राजफास किया एवं *छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था।*
▪️इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों के आधार पर हुई जांच में यह साफ हो गया कि यह काम हैकर्स का है। हैकर्स हर एक दो घंटे बाद केस्को के गेटवे के यूआरएल में छेड़छाड़ करके आनलाइन जमा हो रही धनराशि को अपने खाते में ट्रांसफर कर रहे थे। यह खाता आइसीआइसीआइ बैंक के जनपद बड़ौत की शाखा में केस्को इलेक्ट्रानिक के नाम से खुले करंट एकाउंट में भेजा और वहीं से निकाला जा रहा था। जानकारी में आया कि बिजली ठेकेदार विवेक शर्मा ने बागपत में बैठकर 22 खाते खुलवाए थे। खाताधारक सुमन और उसके पति योगेन्द्र को भी साइबर टीम ने पकड़ लिया था। योगेन्द्र ने बताया कि वह बिजली विभाग के ठेकेदार विवेक शर्मा के सम्पर्क में था उसी के कहने पर योगेन्द्र ने केस्को इलेक्ट्रॉनिक के नाम पर खाता खुलवाया था। इस प्रकार साइबर हैकिंग की घटना का सफल अनावरण हुआ।