बस्ती में मैथानी बने टीचर, टेस्ट में सब बच्चे हुए पास
क्रासर-
विधायक ने पनकी में गरीबों की बस्ती में चलाया सेवा अभियान
बच्चों को बांटे फल, टाफी, बिस्किट, रोपे पौधे
यहां के बच्चों को शिक्षित करने में जुटे हैं गोविंदनगर विधायक, करा रहे हैं स्कूलों में निशुल्क दाखिला
कानपुर। गोविंदनगर के भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने गुरुवार को पनकी साइट नंबर दो इलाके में पांडु नदी के किनारे अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के गरीबों की बस्ती में सेवा अभियान चलाया। लोगों से उनकी दिक्कतें जानीं। खासकर यहां चलाए जा रहे शिक्षा अभियान की प्रगति देखी। खुद मास्टर बनकर ब्लैक बोर्ड पर बच्चों के लिए सवाल लिखे, जिन्हें पढ़कर बच्चों ने सही उत्तर दिए तो विधायक ने खुशी जताई। कहा कि यहां उनके द्वारा जगाई जा रही शिक्षा की अलख के काफी अच्छे रिजल्ट सामने आ रहे हैं। उन्होंने बच्चों को फल, टाफी, चाकलेट, बिस्किट आदि बांटे। साथ ही बच्चों के साथ उन्होंने बस्ती में तमाम पौधे भी रोपे।
विधायक ने जब बच्चों को पढ़ाना शुरू किया तो सबसे पहले देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम पूछा। बच्चों ने सही उत्तर दिया। उन्होंने ब्लैक बोर्ड पर वर्णमाला लिखी, जिसे बच्चों ने सही-सही पढ़ा। विधायक ने कहा कि गरीब बच्चों को पढ़ाकर उनको आत्मिक सुख मिलता है। इन बच्चों को सफलताके शिखर तक पहुंचाना भी उनकी प्राथमिकता में है।
विधायक ने बताया कि यहां गरीब बच्चों के उत्थान के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। खासकर उनकी पढ़ाई लिखाई की ओर ध्यान दे रहे हैं। उनका प्रयास है कि उनकी विधानसभा में कोई बच्चा अनपढ़ न रहे। उन्हें स्वयंसेविकाओं के माध्यम से पढ़वाया जा रहा है। अटल आवासीय आदि विद्यालयों में निशुल्क एडमीशन भी कराया जा रहा है। यहां पेयजल, शौचालय आदि की व्यवस्था भी कराई जा रही है। इस दौरान श्री मैथानी ने यहां हाल ही निर्मित संत रविदास मंदिर, बाल्मीकि मंदिर एवं बाबा भोलेनाथ के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना भी की।
विधायक, नंदी गौशाला महर्षि वाल्मीकि आश्रम सेवा समिति के पास स्थित इस बस्ती में समय समय पर आकर यहां के लोगों की देखभाल करते रहते हैं। चूंकि प्रभु का एक रूप वनवासी राम का भी है और उन्होंने काफी समय वनवासियों के बीच बिताया था। इसी से विधायक ने 22 जनवरी को जब अयोध्या में रामपूजन हो रहा था तब यहां आकर बस्ती के लोगों का सम्मान किया था। इस बस्ती में
थारू जनजाति, मुनि जनजाति, पासवान समाज सहित अनुसूचित समाज के लोग रहते हैं। यहां मुसहर जनजाति के लोग भी हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि इनके पूर्वज कभी जंगलों में रहकर चूहे खाकर जीवन यापन करते थे।
सेवा कार्यों के दौरान विधायक के साथ मुख्य कार्यपालक राजेश तिवारी, राजेन्द्र, मामा, रत्तू, विजय, पंकज, कैलाश, राजू, चंद्रप्रकाश, गजराज, माधो देवी, रेनू विश्वकर्मा, गिरजा देवी, पिंकी देवी, चुनकी देवी, पूनम देवी, रूमा देवी, मधु देवी, दिनेश बाजपेई, अशोक दुबे, बलवान सिंह, गुंजन शर्मा, सीटू चंदेल आदि मौजूद रहे।
18/07/2024