*◆ जनपद कानपुर नगर में बाढ़ आपदा पर मॉक एक्सरसाइज का आयोजन 25 जुलाई 2024 को किया जाएगा*
*कानपुर नगर, दिनांक 16 जुलाई, 2024 (सू0वि0)*
प्रदेश में जनपदवार बाढ़ संवेदनशीलता मानचित्र तैयार किया गया है, जिसके अनुसार प्रदेश के 29 जनपद बाढ़ के प्रति अति संवेदनशील, 15 जनपद बाढ़ के प्रति संवेदनशील तथा अवशेष 31 जनपद सामान्य श्रेणी में दर्शाये गए हैं। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में बाढ़ के प्रति अति संवेदनशील जनपदों में जनपद कानपुर नगर को सम्मिलित किया गया है। जिसके दृष्टिगत बाढ़ आपदा पर मॉक एक्सरसाइज 2024 का आयोजन 25 जुलाई 2024 को किया जाएगा । इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम पर आधारित बाढ़ आपदा राज्य स्तरीय मार्क एक्सरसाइज 2024 का आयोजन संचालन कराए जाने के दिए गए निर्देशों के क्रम में आज ओरियंटेशन एंड कोऑर्डिनेशन कॉन्फ्रेंस विषय पर बैठक का आयोजन किया गया।
इसी क्रम में जनपद कानपुर नगर में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के नवीन सभागार सरसैया घाट में जनपद में घटित होने वाली आपदाओं के शमन व प्रत्युत्तर हेतु तत्काल प्रभाव से इन्सीडेंट रिस्पांस सिस्टम को आदर्श सिस्टम के रूप में लागू किए जाने हेतु जिला स्तरीय रिस्पांस टीम के अंतर्गत उल्लिखित उत्तरदायी अधिकारियों के अतिरिक्त समस्त संबंधित जनपद स्तरीय विभागों के अधिकारियों द्वारा भी वर्चुअल जुड़कर कांफ्रेस में प्रतिभाग किया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रदेश की आपदा संवेदनशीलता के दृष्टिगत आई0आर0एस0 (इन्सीडेंट रिस्पांस सिस्टम) के अनुरूप जनपद में प्रत्येक अभ्यास स्थल में संचालित की जाने वाली कार्यवाहियों यथा-बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र से प्रभावित लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचने, राहत सामग्री पहुंचाने, राहत शिविरों की स्थापना, चिकित्सीय सहायता पहुंचाने इत्यादि की तैयारी से संबंधित मॉक एक्सरसाइज 2024 का आयोजन में प्रत्यक्ष रूप से प्रतिभाग करेंगे। इस मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य प्रत्येक चिन्हित स्थल पर तैनात किये जाने वाले कार्मिकों एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0, पी0ए0सी0, सेना, अर्द्धसैन्य बल, पुलिस, जल पुलिस, अग्निशमन, नागरिक सुरक्षा, होमगाडर्स, प्रान्तीय रक्षक दल, नेहरू युवा केन्द्र, एन0सी0सी0, एन0एस0एस0, भारत स्काउट एण्ड गाइड, तैराक-गोताखोर, भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम, स्वयं सेवी संगठन एवं अन्य समस्त संस्थानों के जवानों की संख्या, बचाव एवं राहत संशाधनों/उपकरणों, चिकित्सा उपकरणों वाहनों की संख्या तथा संचालित की जाने वाली कार्यवाहियों के सम्बन्ध में विस्तृत विचार विमर्श किया गया। इसके साथ ही जनपद में यदि कहीं बाढ़ आती है तो सम्बन्धित विभागों के बीच में समन्वय स्थापित करा कर आपदा से होने वाले नुकसान को कम कर लोगों को राहत पहुंचाई जा सकती है, हमें क्या-क्या करना होगा, हमारी क्या तैयारी है, किन-किन विभागों का सहयोग लेना होगा इसके बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ के प्रति संवेदनशील व अति संवेदनशील जनपदों में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) को नोडल अधिकारी नामित किया गया है, जो सभी सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कराकर आपदा के समय राहत व बचाव का कार्य सुनिश्चित करायेंगे।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) राजेश कुमार, अपर जिलाधिकारी (नगर) डा0 राजेश कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रखर कुमार सिंह, अपर पुलिस उपायुक्त मनोज कुमार पाण्डेय, अपर नगर आयुक्त मो0 आवेश सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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